Surya Grahan Solar Eclipse 2024 Live Streaming, Time in India: आखिरकार वो दिन आ गया जिसका सबको कई महीनों से इंतजार था। जी हां, आज (8 अप्रैल 2024) साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ा। सबसे खास बात है कि आज पड़ने वाला सूर्य ग्रहण इसलिए खास था क्योंकि पृथ्वी के कुछ हिस्सों पर पर थोड़ी देर के लिए पूरी तरह अंधेरा छा गया। जानकारी के मुताबिक, 8 अप्रैल को पड़ा सूर्य ग्रहण पिछले 54 सालों में सबसे खास था। पूर्ण सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) को नासा की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम (Surya Grahan Live Streaming Free) भी किया गया। यहां जानिए सूर्य ग्रहण 2024 (Surya Grahan 2024) से जुड़ी हर अपडेट।
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सूर्य ग्रहण 2024 के अद्भुत नजारे को आप मोबाइल पर लाइव देख सकते हैं।
सूरज से निकलने वाली सोलर एनर्जी और उसके पर्यावरण पर होने वाले असर को जानने के लिए नासा ग्रहण के समय साउंडिंग रॉकेट भी लॉन्च करेगा। इन रॉकेट को सूर्य ग्रहण से पहले, सूर्य ग्रहण के समय और बाद में लॉन्च किया जाएगा। इनका इस्तेमाल पृथ्वी की सतह से 47 से 145 किलोमीटर तक की स्टडी के लिए होता है।
पृथ्वी पर उन जगहों पर अंधेरा हो रहा है, जहां सूर्य ग्रहण पड़ रहा है।
चंद्रमा ने सूर्य को ब्लॉक करना शुरू किया। वैज्ञानिकों का कहना है कि आंखों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए स्पेशल ग्लासेज या Eyewear का इस्तेमाल जरूर करें।
चंद्रमा ने सूर्य के सामने आना शुरू किया।
शुरू हुआ साल का पहला सबसे लंबा सूर्य ग्रहण, पृथ्वी पर छाने लगा अंधेरा
साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण शुरू
NASA के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू। भारत में मोबाइल पर देख सकते हैं लाइव स्ट्रीमिंग।
दुनियाभर के 54 देशों में दिखेगा आंशिक सूर्य ग्रहण। बता दें कि भारत में यह ग्रहण नहीं दिखेगा क्योंकि इस समय यहां रात है।
अमेरिका में बहुत सारे लोग उन राज्यों में पहुंचे हैं जहां पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है। लेकिन लोगों को डर है कि बादल छाने की वजह से इस अद्भुत नजारे में बाधा पड़ सकती है।
अमेरिका में बहुत सारे लोग सूर्य ग्रहण को देखने के लिए मशहूर नियाग्रा फॉल्स पर इकट्ठा हुए हैं।
सूरज से निकलने वाली सोलर एनर्जी और उसके पर्यावरण पर होने वाले असर को जानने के लिए नासा ग्रहण के समय साउंडिंग रॉकेट भी लॉन्च करेगा। बता दें कि इनका इस्तेमाल पृथ्वी की सतह से 47 से 145 किलोमीटर तक की स्टडी के लिए होता है।
बता दें कि पूर्ण सूर्य ग्रहण की अवधि कुल 3.5 मिनट से 4 मिनट के बीच होगी। NASA के मुताबिक, मैक्सिको में Torreón के पास 4 मिनट 28 सेकेंड्स यानी सबसे ज्यादा देर तक पूर्ण ग्रहण देखा जा सकेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी सूर्य ग्रहण के अद्भुत नजारे को देखेंगे। उन्होंने अपने X अकाउंट पर मैसेज शेयर किया है।
साल के पहले सूर्य ग्रहण को शुरू होने में कुछ घंटे बाकी बचे हैं। नॉर्थ अमेरिका समेत कई कैरिबियाई देशों में यह ग्रहण देखा जा सकेगा। जबकि भारत में यह ग्रहण नहीं लगेगा।
भारत में 26 दिसंबर 2019 को आखिरी सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण था। 5 बजकर 18 मिनट 53 सेकेंड पर शुरू होने वाला यह ग्रहण तीन मिनट और 39 सेकेंड तक चला था।
वैज्ञानिकों का मानना है कि सूर्य ग्रहण के दौरान धरती का तापमान करीब 5 से 10 डिग्री तक कम हो जाएगा। ऐसा इसलिए होगा कि सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर नहीं पड़ेंगी।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के यूट्यूब चैनल पर लाइव लिंक उपलब्ध करा दिया गया है। नीचे दिए गए लिंक पर भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू हो जाएगी।
न्यू मून फेज के समय चंद्रमा, सूर्य की दिशा में आ जाता है और पृथ्वी पर प्रकाश की किरणें नहीं आ पाती हैं। नासा ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें यह समझाया गया है कि सूर्य ग्रहण कब और क्यों पड़ता है।
जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूरज की रोशनी आनी बंद हो जाती है तो इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं।
NASA ने एक मैप जारी कर यह बताया है कि दुनिया के किस हिस्से में सूर्य ग्रहण किस समय दिखाई देगा।

साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को बुधवार के दिन लगेगा। इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट की होगी।
पृथ्वी के एक हिस्से में अगर पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है तो ये फिर वहां करीब 400 साल बाद ही ऐसा दोबारा होता है।
ऐसा माना जा रहा है कि ऐसा सूर्य ग्रहण इससे पहले 1971 में लगा था जब चंद्रमा ने पूरी तरह से सूरज को ढक लिया था और धरती पर करीब 7.5 मिनट तक पूरी तरह से अंधेरी हो गया था और दिन में ही रात जैसा नजारा देखने को मिला था।
सूर्य ग्रहण केवल अमावस्या के दौरान देखा जाता है । यानी जब चंद्रमा और सूर्य, पृथ्वी के एक ही तरफ होते हैं। एक अमावस्या लगभग 29.5 दिनों में पूरी होती है क्योंकि चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में इतना ही समय लगता है। लेकिन ध्यान रहे कि हर अमावस्या को ग्रहण नहीं होता है। साल में न्यूनतम दो और अधिकतम 5 बार सूर्य ग्रहण होता है।
रॉयल म्यूजियम ग्रीनविच के मुताबिक, एक बार जब धरती पर किसी भी जगह पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है तो उस हिस्से में अगला सूर्यग्रहण लगने में करीब 400 साल लग जाते हैं।
timeanddate.com भी अपने यूट्यूब चैनल पर सूर्य ग्रहण 2024 को लाइव स्ट्रीम करेगा। यह लाइव भारतीय समयानुसार 8 अप्रैल रात 10 बजे से शुरू हो जाएगा। इस स्ट्रीम में रियल-टाइम अपडेट्स के साथ-साथ बैकग्राउंड इन्फोर्मेशन भी मिलेगी।
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना हानिकारिक होता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण देखने के लिए स्पेशल ग्लासेज का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही काले चश्मे को भी यूज किया जा सकता है।
जैसा कि हमने पहले बताया कि भारत में 8 अप्रैल को लग रहा सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा। लेकिन आप मोबाइल पर इस ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।
सूर्य ग्रहण चार तरह के होते हैं। पहला- पूर्ण सूर्य ग्रहण यानी जो ग्रहण आज पड़ रहे है और जब चंद्रमा पूरी तरह से सूरज को ढक लेता है। दूसरा- आंशिक सूर्य ग्रहण, तीसरा वलयाकार सूर्य ग्रहण और हाइब्रिड सूर्य ग्रहण।
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