Aadhaar Update: आधार अब भारत में रोजमर्रा की डिजिटल सर्विसेज के लिए जरूरी दस्तावेज बन चुका है। बैंक वेरिफिकेशन, सिम एक्टिवेशन से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी आधार जरूरी है। इसके व्यापक इस्तेमाल को देखते हुए यह स्वाभाविक है कि लोग यह जानना चाहते हैं कि उनका आधार नंबर कब और कहां इस्तेमाल किया जा रहा है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) एक ऐसा फीचर ऑफर करता है जिसके जरिए आधारधारक पिछले छह महीनों तक की ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री ट्रैक कर सकते हैं। इससे यूजर्स को अपनी डिजिटल पहचान पर बेहतर नियंत्रण मिलता है और किसी भी असामान्य गतिविधि का पता भी जल्द चल जाता है।
यह सर्विस UIDAI की पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने की पहल का हिस्सा है। यह किसी भी ऐसे व्यक्ति के लिए उपलब्ध है जिसके पास वैध आधार नंबर और उससे लिंक किया हुआ एक्टिव मोबाइल नंबर हो। अगर आपने कभी अपनी ऑथेंटिकेशन लॉग्स नहीं देखी हैं तो इसे जानने की प्रक्रिया आसान है और कुछ ही मिनट में आप सारी डिटेल्स देख सकते हैं।
आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को चेक करना क्यों है जरूरी?
अक्सर ही eKYC, सब्सिडी, डिजिटल सिग्नेचर, इंश्योरेंस लेने और कई दूसरी फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए आधार की जरूरत होती है। संस्थानों को सख्त अनुपालन गाइडलाइन्स फॉलो करने के निर्देश हैं लेकिन फिर भी संभव है कि आपकी जानकारी के बिना ऑथेंटिकेशन कर लिया जाए।
अपने आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को रिव्यू करने से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके आधार नंबर का इस्तेमाल करके किए गए सभी अनुरोध वैध थे या नहीं। यह आपको असफल या बार-बार किए गए प्रयासों की पहचान करने में भी मदद कर सकता है, जो गलत इस्तेमाल या सर्विस प्रोवाइडर द्वारा रखे गए पुराने डेटा की ओर इशारा कर सकते हैं। चूंकि UIDAI छह महीने की रोलिंग अवधि के लिए ही लॉग्स सहेजकर रखता है, इसलिए अगर आप आधार का बार-बार इस्तेमाल करते हैं तो समय-समय पर इसकी जांच करना एक अच्छी आदत है।
आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री चेक करने से पहले याद रखें ये बातें
अपनी आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री देखने के लिए आपको 12 अंकों वाले आधार नंबर या 16 अंको वाली वर्चुअल आईडी (VID) की जरूरत होगी। इसके अलावा UIDAI के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का एक्सेस होना भी जरूरी है। बता दें कि सिक्यॉरिटी कारणों के चलते किसी अन्य ऐसे नंबर के साथ रिपोर्ट एक्सेस नहीं की जा सकती जो रजिस्टर्ड नहीं है।
पिछले 6 महीने में कहां-कहां इस्तेमाल हुआ आपका आधार, ऐसे करें पता
UIDAI का आधिकारिक पोर्टल एक डिटेल्स गतिविधि लॉग ऑफर करता है, जिसमें हर वह समय दर्ज होता है जब आपके आधार का इस्तेमाल ऑथेंटिकेशन के लिए किया गया था। इसमें डेमोग्राफिक, बायोमेट्रिक, ओटीपी-आधारित और अन्य प्रकार की वेरिफिकेशन की डिटेल शामिल होती हैं। जानें इन रिकॉर्ड्स तक कैसे पहुंचा जाए…
सबसे पहले UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और Aadhaar Services सेक्शन ओपन करें
इसके बाद “Aadhaar Authentication History” वाले ऑप्शन को सिलेक्ट करें
फिर अपना आधार नंबर या Virtual ID नंबर एंटर करें
इसके बाद सिक्यॉरिटी Captcha एंटर करें
अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए वन-टाइम पासवर्ड मंगाने के लिए Send OTP पर क्लिक करें
ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री पेज पर लॉगइन करने के लिए OTP एंटर करें
अब टाइम पीरियड चुनें। ड्रॉडाउन मेन्यू से अधिकतम 6 महीने तक की अवधि सिलेक्ट करें
अब ऑथेंटिकेशन का टाइप चुनें, अगर आप पूरी लिस्ट देखना चाहते हैं तो All सिलेक्ट करें
अपना आधार ऑथेंटिकेशन लॉग जेनरेट करने के लिए Submit पर क्लिक करें
इसके बाद रिजल्ट दिखेगा, उसे रिव्यू करें। हर एंट्री में आपको तारीख, टाइम, ऑथेंटिकेशन का टाइप दिखेगा, चाहें कोशिश सफल रही हो या फेल।
इसके बाद आपको ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री तुरंत दिख जाएगी और आप अपनी सुविधा के लिए रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं या उसका स्क्रीनशॉट ले सकते हैं। अगर आपको कोई ऐसी एंट्री दिखे जिसे आप पहचान नहीं पाते तो UIDAI सलाह देता है कि उस सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करें जिसने वह अनुरोध शुरू किया था। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए आप पोर्टल या ऐप के जरिए अपने आधार बायोमेट्रिक्स को अस्थायी रूप से लॉक भी कर सकते हैं।
