NASA Astronaut Sunita Williams: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने स्वास्थ्य को लेकर किए जाने वाले दावों पर प्रतिक्रिया दी है। पिछले करीब 6 महीने से International Space Station (ISS) पर मौजूद सुनीता विलियम्स ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें उनकी तबियत खराब होने की बात कही गई थी। इन रिपोर्ट्स में कहा गया था कि ISS पर लंबे समय तक रहने के चलते उनकी हालत ‘गंभीर’ है। अब विलियम्स नेएक वीडियो इंटरव्यू जारी कर अपनी सेहत के बारे में कहा कि ऑर्बिट में पहुंचने के बाद से अभी तक उनके वजन में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है।

रुटीन एक्सरसाइज और फिजिकल रुटीन

सुनीता विलियम्स ISS पर Expedition 72 की कमान संभालती हैं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर सार्वजनिक तौर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संकेत दिए हैं कि उनकी शारीरिक उपस्थिति में दिख रहे बदलाव, सेहत में गिरावट के चलते नहीं बल्कि कड़े फिटनेस रुटीन के चलते आए हैं। एक्सटेंड होने वाले बाकी मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों की तरह ही वह भी लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी एक्सपोज़र से जुड़े बोन और मसल डेनसिटी लॉस से बचने के लिए बने कड़े वर्कआउट का पालन कर रही हैं।

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अंतरिक्ष में उनकी शारीरिक स्थिति में हुए बदलाव का कारण ‘फ्लुइड शिफ्ट्स’ है। उन्होंने कहा कि स्पेस में शरीर में फ्लुइड्स का फ्लो अलग तरह से होता है जिससे चेहरे का आकार बदल जाता है और सिर थोड़ा बड़ा दिखने लगता है।

विलियम्स ने कहा कि उनकी दिनचर्या में ट्रेडमिल पर दौड़ना, व्यायाम बाइक चलाना और वजन उठाना शामिल है। यह व्यायाम का एक रूप है जिससे मांसपेशियों में वृद्धि हुई है, विशेष रूप से उनकी थाइज और ग्लूट्स में इजाफा हुआ है। जबकि उनका ओवरऑल वजन पहले की तरह ही है।

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Crew की सेहत पर NASA का बयान

नासा ने इससे पहले ऐसी सभी रिपोर्ट्स को नकार दिया था। और जोर देकर कहा था कि विलियम्स और उनके साथी क्रू मेंबर्स जिनमें अंतरिक्ष यात्री बुश विल्मोर (Butch Wilmore) शामिल हैं, उनकी सेहत बढ़िया है।

आपको बता दें कि विलियम्स और विल्मोर 6 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में रवाना हुए थे। 10 दिन का यह मिशन Crew Flight Test प्रोग्राम का हिस्सा था। लेकिन स्टारलाइनर के थ्रस्टर्स में टेक्निकल खामी आने से नासा को अपने अंतरिक्ष यात्रियों को 2025 की शुरुआत तक ISS पर रोकना पड़ा। अब SpaceX के Crew-9 मिशन के साथ इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी की उम्मीद की जा रही है।