इन दिनों मोबाइल फोन पर लोगों की निर्भरता काफी ज्यादा बढ़ गई है, जिसके चलते मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी खूब बढ़ा है। यही वजह है कि लोग किसी भी समय अपने फोन को बंद नहीं रखना चाहते और इसके लिए वह लगातार अपने फोन को चार्ज करते रहते हैं। सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों जैसे एयरपोर्ट, ट्रेन, होटल आदि पर मोबाइल फोन चार्ज करने से लोग नहीं हिचकते। लेकिन यदि आप भी सार्वजिक स्टेशनों से अपना फोन चार्ज करते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इससे आप साइबर अटैक के शिकार हो सकते हैं। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों पर फोन चार्ज करने के प्रति आगाह किया है।
एसबीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि “यदि आप अपना फोन चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज करते हैं तो इस बारे में दो बार सोचें। इस तरह आपके फोन में मालवेयर भेजकर आपका फोन हैक किया जा सकता है। जिससे आपके फोन से आपका पासवर्ड और डाटा चुराया जा सकता है।” एसबीआई ने लोगों को सलाह दी है कि वह सार्वजनिक स्थानों पर अपना फोन चार्ज करने से बचें। दरअसल हैकर्स ‘जूस जैकिंग’ के जरिए आपके फोन का कीमती डाटा चुराकर आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं।
Think twice before you plug in your phone at charging stations. Malware could find a way in and infect your phone, giving hackers a way to steal your passwords and export your data.#SBI #Malware #CyberAttack #CustomerAwareness #Cybercrime #SafeBanking #JuiceJacking pic.twitter.com/xzSMNNNv4U
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 7, 2019
क्या है जूस जैकिंगः जूस जैकिंग एक तरह का साइबर अटैक है। जिसमें चार्जिंग पोर्ट में खूफिया तौर पर इलेक्ट्रिक डिवाइस लगी होता है। जैसे ही कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगह पर अपना फोन चार्जिंग पर लगाता है तो इस डिवाइस की मदद से यूजर के फोन में मालवेयर इंस्टॉल कर दिया जाता है, जिससे यूजर का डाटा चुराना बेहद आसान हो जाता है।
ऐसे करें बचावः एसबीआई ने लोगों को इस समस्या से बचाव के लिए भी कुछ टिप्स दिए हैं, जिनसे यूजर जूस जैकिंग से खुद का बचाव कर सकते हैं। बैंक ने सलाह दी है कि सार्वजनिक जगहों पर यदि फोन चार्ज करना ही पड़े तो चार्जिंग स्टेशन के पीछे चेक कर लें कि कोई इलेक्ट्रिक सॉकेट तो नहीं लगा है। इसके अलावा संभव हो तो अपना खुद का चार्जिंग केबल इस्तेमाल करें। किसी जान पहचान के वेंडर से खरीदी गई पोर्टेबल बैट्ररियां इस्तेमाल करें। इन सभी तरीकों को अपनाकर आप खुद को साइबर अटैक से बचा सकते हैं।