Reliance Jio: भारतीय टेलिकॉम मार्केट में इस साल काफी कॉम्पिटिशन देखने को मिला रहा है। मार्केट में कुछ साल में बड़ा बदलाव देखा गया है और ऑपरेटर्स के बीच कॉम्पिटिशन का फायदा कस्टमर्स को हुआ है। रिलायंस जियो के मार्केट में आने के बाद डेटा और कॉलिंग दोनों ही सस्ते हो गए हैं। लेकिन सभी कंपनियों ने अपने टैरिफ महंगे करने का मन बना लिया है। दूरसंचार क्षेत्र में गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच Airtel और vodafone-idea के बाद रिलायंस जियो ने भी मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने की घोषणा की है।
कंपनियों का यह निर्णय आम उपभोक्तओं की जेब पर भारी पड़ सकता है जबकि जियो ने कहा है कि वह दर में वृद्धि इस तरह करेगी ताकि डेटा उपभोग पर प्रतिकूल असर न पड़े। फिलहाल सबसे सस्ती दरों पर सेवाएं दे रही रिलायंस जियो ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह अगले कुछ सप्ताह में मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने वाली है।
जियो ने आज कहा है कि वह अगले कुछ सप्ताह में मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाएगी। कंपनी की तरफ से ये बयान वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल की घोषणा के ठीक एक दिन के बाद आया है। वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल ने 1 दिसंबर से टैरिफ बढ़ाने के लिए कहा है। बता दें हाल ही में रिलायंस जियो ने नॉन जियो कॉलिंग के लिए पैसे लेने शुरू किए हैं और इसके लिए नए पैक्स की भी शुरुआत की गई है।
जियो ने कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) मोबाइल सेवाओं की दरों में संशोधन पर संभवत: परामर्श की शुरुआत करने वाला है। हालांकि इस बीच ट्राई से जुड़े सूत्रों ने कहा कि नियामक अभी दूरसंचार कंपनियों द्वारा शुल्क वृद्धि को अमल में लाने का इंतजार करेगा। नियामक उसके बाद इसकी समीक्षा करेगा कि शुल्क वृद्धि नियामकीय दायरे में है या नहीं।
कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘अन्य कंपनियों की तरह हम भी सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। हम उद्योग जगत को मजबूत कर उपभोक्ताओं को लाभ देने के लिये नियामकीय व्यवस्था का अनुपालन करेंगे। हम अगले कुछ सप्ताह में शुल्क बढ़ाने समेत अन्य कदम इस तरह उठायेंगे कि इसका डेटा के उपभोग या डिजिटलीकरण पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े तथा निवेश भी मजबूत बना रहे।’’
गौरतलब है कि इससे पहले वोडाफोन ने कहा कि ‘अपने ग्राहकों को विश्वस्तरीय डिजिटल अनुभव सुनिश्चित करने के लिए कंपनी एक दिसंबर 2019 से अपने टैरिफ के दाम बढ़ाएगी।’ हालांकि वोडाफोन आइडिया ने टैरिफ में कितनी वृद्धि होगी इसकी जानकारी नहीं दी है। बता दें वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल दोनों को इस साल घाटा हुआ है। वोडाफोन-आइडिया को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 50,922 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। किसी भारतीय कंपनी का एक तिमाही में यह अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है। एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 23,045 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है।

