देश में आधिकारिक तौर पर 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। टेलिकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि कुल 72,098 MHz स्पेक्ट्रम में से 51,236 MHz की नीलामी हुई। इसका मतलब है कि कुल स्पेक्ट्रम का करीब 71 प्रतिशत हिस्सा नीलाम हुआ, जिसकी कीमत 1,50,173 करोड़ रुपये है। Reliance Jio ने इस नीलामी में सबसे बड़ी बोली लगाई और 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में करीब आधा हिस्सा जियो के नाम रहा। अब Jio ने प्रेस रिलीज भेजकर जानकारी दी है कि जल्दी ही देशभर में 5G रोलआउट के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जाएगा।
रिलायंस जियो ने नीलामी में सभी बैंड- 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz बैंड का अधिग्रहण किया। मुकेश अंबानी के मालिकाना हक वाली जियो ने पुष्टि की है कि देशभर में जल्द ही 5G नेटवर्क रोलआउट कर दिया जाएगा। रिलायंस जियो के नए चेयरमैने आकाश अंबानी ने कहा कि कंपनी देशभर में 5G रोलआउट के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाएगी।
जल्द शुरू होगा देश में 5G रोलआउट
रिलायंस जियो ने यह भी कहा कि ‘ देशभर में दुनिया के सबसे एडवांस्ड 5G नेटवर्क’ के रोलआउट के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के दिन इससे जुड़ी कुछ जानकारी शेयर कर सकती है। बता दें कि इस बार देश स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह मना रहा है।
जियो नीलामी के दौरान सबसे बड़ी बोली लगाने वाली कंपनी रही और इसने 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में 88,078 करोड़ रुपये के बैंड खरीदे। इनमें 700MHz 5G बैंड भी शामिल है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि यह बेहतर सिग्नल रेंज ऑफर करेगी।
जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, ‘हमारा हमेशा से मानना है कि महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के साथ भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकनॉमिक पावर बनेगा। इसी विज़न और धारणा के चलते जियो की शुरुआत हुई। जियो के 4G रोलआउट की बात करें तो इसकी स्पीड, स्केल और समाज पर प्रभाव, दुनिया में सबसे ज्यादा है।’ उन्होंने आगे कहा कि जियो, 5G क्षमता वाली सर्विसेज, प्लैटफॉर्म और सॉल्यूशन प्रोवाइड करने के साथ महत्वपूर्ण सेक्टर जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती, मैन्युफैक्चरिंग, ई-गवर्नेंस आदि में भारत की डिजिटल क्रांति में तेजी लाने में मदद करेगी।
गौर करने वाली बात है कि जियो के 40 करोड़ से ज्यादा ऐक्टिव यूजर्स हैं। जियो ने आगे कहा कि कंपनी का 5G सॉल्यूशन मेड इन इंडिया है और इसे भारतीयों ने ही बनाया है। और यह हर भारतीय की जरूरत के हिसाब से है। जियो ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, ‘जियो जल्द से जल्द अपने 5G रोलआउट के लिए पूरी तरह से तैयार है और इसकी वजह है देशभर में कंपनी का फाइबर नेटवर्क, ऑल-IP नेटवर्क, 5G स्टैक और टेक्नोलॉजी ईकोसिस्टम में मजबूत ग्लोबल पार्टनरशिप।’
बात करें एयरटेल की तो 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में, एयरटेल दूसरी सबसे बड़ी कंपनी साबित हुई। एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये में अलग-अलग बैंड के 19,867 MHz खरीदे। वहीं vodafone Idea (Vi) ने 18,784 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम खरीदे। देश में अक्टूबर, 2022 तक 5G सर्विसेज रोलआउट होने की उम्मीद है।