RailOne App Launched: भारतीय रेलवे ने एक नया ऐप RailOne लॉन्च किया है। ग्राहकों को सभी सुविधाएं जैसे टिकट बुकिंग, इन्क्वायरी, PNR इन्क्वायरी और फूड ऑन ट्रेन आदि ऑफर करने के लिए इस वन-स्टॉप सॉल्यूशन को ऑफर किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने Centre for Railway Information Systems (CRIS) के 40वें फाउंडेशन डे पर इस ऐप को लॉन्च किया। बता दें कि CRIS भारतीय रेलवे का टेक्नोलॉजिकल विंग है और इसने Rail One ऐप बनाया है। बता दें कि रेलवे सर्विसेज के लिए इस्तेमाल होने वाले अन्य ऐप्लिकेशन भी CRIS ने ही डिवेलप किए हैं।
नए रेलवन ऐप में उन सभी सर्विसेज को इंटिग्रेट किया गया है जिन्हें इस्तेमाल करने के लिए अभी तक अलग-अलग ऐप्स उपलब्ध थे। और अब आरक्षित (reserved), अनारक्षित (Unreserved) व प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग, लाइव ट्रेन ट्रैकिंग, Rail Madad के जरिए शिकायतों का हल, PNR इन्क्वायरी और ई-कैटरिंग जैसी सभी सुविधाएं इस एक ऐप में उपलब्ध होंगी।
रेलवे के इस नए ऐप में हर प्लेटफॉर्म पर कोच पोजिशन भी दिखेगी और यूजर्स इसके जरिए सर्विसेज का फीडबैक भी दे सकते हैं। ट्रेन रद्द होने की स्थिति में यूजर्स रिफंड भी फाइल कर सकते हैं। हालांकि, अभी इस ऐप में माल ढुलाई (Freight) से जुड़ी जानकारी इस ऐप में उपलब्ध नहीं है।
RailOne ऐप को क्यों किया गया शुरू?
जैसा कि हमने बताया, अभी तक यात्रियों को रेलवे की अलग-अलग सर्विसेज के लिए अलग-अलग ऐप्स का इस्तेमाल करना हो था। जैसे कि अनारक्षित टिकट बुक करने के लिए UTS, आरक्षित टिकट के लिए Rail Connect, शिकायत के लिए Rail Madad, ट्रेन रनिंग स्टेटस के लिए NTES ऐप और फूड सर्विसेज के लिए IRCTC ऐप आदि।
अधिकारियों का कहना है कि नए RailOne ऐप में अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट 3 प्रतिशत डिस्काउंट पर उपलब्ध होंगे। यूजर RailOne ऐप पर रजिस्टर करने के लिए RailConnect या UTSonMobile App के लिए इस्तेमाल हो रहे यूजरआईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘मौजूदा ऐप पहले की तरह काम करता रहेगा। उन ऐप्स को बंद नहीं किया गया है। लेकिन, इन ऐप्स को RailOne के साथ मर्ज किया गया है, इसलिए डिवाइस स्पेस को बचाने के लिए बेहतर होगा कि आप उनका इस्तेमाल ना करें और आपको कई पासवर्ड भी याद नहीं रखने होंगे।’
खास बात है कि टिकट बुकिंग के लिए ऐप में R-Wallet (Railway e-wallet) की सुविधा भी उपलब्ध है। न्यूमेरिक mPIN और बायोमीट्रिक के जरिए लॉगइन ऑप्शन को उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा, यूजर इन्क्वायरी के लिए मोबाइल नंबर/OTP के जरिए लॉगइन कर सकते हैं।