Meta Layoffs 2022: Facebook की पेरेंट कंपनी Meta Platforms Inc. ने 9 नवंबर, बुधवार को उम्मीद के मुताबिक 11000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह संख्या कंपनी के कुल कर्मचारियों का 13 प्रतिशत है। बता दें कि कंपनी ने लगातार गिरते रेवेन्यू और कमाई में कमी के चलते पहले ही कर्मचारियों की छंटनी के संकेत दे दिए थे। गौर करने वाली बात है कि सितंबर के आखिर तक मेटा कंपनी में 87,314 कर्मचारी थे।

Mark Zuckerberg Post on meta Layoffs (मार्क जुकरबर्ग ने की घोषणा)

मेटा के चीफ एग्जिक्युटिव मार्क जुकरबर्ग ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘आज मैं, मेटा के इतिहास में किए गए बदलाव में से कुछ सबसे कठिन फैसलों को साझा कर रहा हूं। मैंने अपनी टीम को करीब 13 प्रतिशत तक कम करने का फैसला किया है और 11000 से ज्यादा प्रतिभाशाली कर्मचारियों को जाना होगा।’

जुकरबर्ग ने आगे कहा, ‘हम कुछ और अतिरिक्त फैसले भी ले रहे हैं ताकि पहले से बेहतर और ज्यादा क्षमता वाली कंपनी बन सकें, इसके लिए अतिरिक्त खर्चों में कटौती कर रहे हैं और भर्तियों पर रोक को फिलहाल आगे बढ़ा रहे हैं।’

मेटा ने कहा है कि जिन कर्मचारियों को निकाला जा रहा है, उन्हें 16 हफ्ते की बेसिक सैलरी मिलेगी। इसके अलावा जितने भी साल नौकरी की है, उसके हिसाब से हर साल दो सप्ताह की सैलरी भी अतिरिक्त मिलेगी। यानी अगर किसी ने 10 साल नौकरी की है तो उसे 16+ 20 सप्ताह की सैलरी दी जाएगी।

बता दें कि मेटा ने अपनी वैल्यू के दो-तिहाई से ज्यादा तक गिर चुके हैं और प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 3 प्रतिशत का उछाल देखा गया।

बता दें कि 2004 में फेसबुक की शुरुआत हुई थी और ऐसा पहली बार है कि खर्चों में कटौती के चलते कंपनी ने पहली बार इस तरह का ऐक्शन लिया है। कंपनी को डिजिटल एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में जबरदस्त कमी देखने को मिली है।

Twitter ने भी हजारों कर्मचारियों की है छंटनी

हाल ही में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के मालिक एलन मस्क और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने भी नौकरियों में कटौती की थी। एलन मस्क द्वारा ट्विटर सीईओ बनने के बाद ट्विटर ने करीब 3700 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।

इसके अलावा Snapchat के मालिकाना हक वाली कंपनी Snap ने भी अगस्त में नौकरियों में छंटनी का ऐलान किया था। कंपनी ने कहा था कि करीब 20 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

मेटावर्स में निवेश से नुकसान

बता दें कि अक्टूबर 2022 के आखिर में ही मेटा ने अपने दिसंबर क्वार्टर के रेवेन्यू आउटलुक का ऐलान किया था। कंपनी ने जानकारी दी थी कि मेटावर्स में लगातार निवेश के चलते अगले साल काफी नुकसान होगा। इसके बाद ही कंपनी के शेयरों में काफी गिरावट आ गई थी। अभी तक इस साल मेटा का शेयर करीब 70 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। लेकिन मार्क जुकरबर्ग ने अपने निवेशकों से ब्रैंड में भरोसा कायम रखने को कहा है। उनका कहना है कि कंपनी के साथ बने रहने वाले निवेशकों को फायदा मिलेगा।