Credit, Debit Card Pin Change: क्या आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो सालों तक क्रेडिट और डेबिट कार्ड के लिए एक ही PIN का इस्तेमाल करते रहते हैं? अगर ऐसा है तो इस आदत को बदल लीजिए। ध्यान रहे कि आपका सिक्यॉरिटी PIN कम्प्रोमाइज होने पर यह आदत आपको महंगी पड़ सकती है। आपको यह भी याद नहीं होगा कि आपने ट्रांजैक्शन के लिए कितनी बार और कहां-कहां अपना सिक्यॉरटी पिन को एंटर किया है। संभव हो सके तो अपने सिक्यॉरिटी पिन को हर 3 महीने पर बदलते रहें। लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम से खुद को बचाने के लिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड का प्रोटेक्शन जरूरी है।
क्रिएट करें यूनिक पिन
ध्यान रहे कि आपका सिक्यॉरिटी पिन आपके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे दूसरे PIN की तरह नहीं होना चाहिए। यानी कि अपने फोन के अनलॉक कोड या ईमेल पासवर्ड को अपना PIN ना बनाएं।
आसान कॉम्बिनेशन से बचें
सिक्यॉरिटी पिन के लिए आसान कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल ना करें जैसे कि 1234 या 0000। ये कुछ ऐसे मोस्ट कॉम और आसानी से हैक किए जाने वाले पिन हैं।
रैंडम सीक्वेंस का इस्तेमाल करें
नंबर का ऐसा सीक्वेंस इस्तेमाल करें जो रैंडम है और जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। आप नंबर और अक्षरों के ऐसे कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करें जिसे हैकर्स के लिए क्रैक करना नामुमकिन हो।
बड़े पासवर्ड क्रिएट करें
जितना बड़ा आपका सिक्यॉरिटी पिन होगा, किसी हैकर के लिए उसे क्रैक करना उतना मुश्किल होगा। एक्सपर्ट का सुझाव है कि अपने PIN को 6 से 8 संख्या में रखें।
Bankbazaar.com के CEO आदिल शेट्टी का कहना है, ‘सिक्यॉरिटी पर्पज से अपने PIN को नियमित तौर पर बदलते रहें। हर 6 महीने में क्रेडिट व डेबिट कार्ड का पिन बदलने की आदत डालें। अगर आप बहुत ज्यादा ट्रांजैक्शन कर सकते हैं तो किसी स्कैम से बचने के लिए जल्दी-जल्दी पासवर्ड बदलते रहें।’
अपने PIN को याद रखें
कभी भी अपने कार्ड या वॉलिट पर सिक्यॉरिटी PIN को लिखकर ना रखें। वॉलिट या कार्ड के चोरी हने की स्थिति में आपका पासवर्ड भी चोरी हो जाएगा।
किसी को ना बताएं PIN
अपने कार्ड और PIN को सेफ रखें और कभी किसी के साथ इसे शेयर ना करें। अगर कोई बैंक कर्मी होने का दावा भी करता है तो भी किसी को कभी पिन ना बताएं।
भीड़भाड़ वाले ATM मशीन में ट्रांजैक्शन से बचें
भीड़भाड़ वाले इलाके में मौजूद उन ATM में ट्रांजैक्शन से बचें जहां आप सेफ फील ना कर रहे हों।
फोन को लॉक रखें
अर आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो सिक्यॉरिटी बढ़ाने के लिए PIN या फिंगरप्रिंट रिकग्निशन फीचर सेट करें।
फिशिंग स्कैम से बचकर रहें
हमेशा उन ईमेल या मैसेज से सावधान रहें जिसमें आपसे कार्ड डिटेल या PIN की मांग की गई हो। कोई भी इन्फोर्मेशन शेयर करने से पहले आने वाली रिक्वेस्ट को वेरिफाई कर लें।
बता दें कि किसी फ्रॉड से बचने और मेहनत की कमाई गंवाने से बचाने के लिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड के सिक्यॉरिटी PIN को बदलना पहला जरूरी कदम है। ऊपर बताई गईं टिप्स के साथ आप मजबूत और सिक्यॉर PIN क्रिएट कर सकते हैं।