स्मार्टफोन हैंग होने की समस्या यूजर को बड़ा सताती है। खासकर तब, जब फोन नया हो या हाल-फिलहाल में लिया गया हो। आमतौर पर लोग इसे अंदरूनी तकनीकी गड़बड़ी समझते हैं, पर अगर इससे सही से निपटा जाए तो यजूर इसे आसानी से काफी हद तक हल कर सकते हैं।

हैंग होना क्या होता है?: मान लें कि आप स्मार्टफोन पर कुछ काम कर रहे हों। मसलन गाने सुनना, नेट चलाना या फिर किसी वीडियो को एडिट करना। इसी दौरान प्रोसेस अगर बीच में रुक जाए या अटक जाए तो इसे फोन हैंग होना कहा जा सकता है। यह चीज कुछ सेकेंड्स के लिए भी हो सकती है, जबकि कुछ मिनटों तक परेशान कर सकती है।

जानें समस्या की जड़ः टेक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नया हैंडसेट आठ से 10 महीने के बाद थोड़ा स्लो हो जाता है। इस बीच, अगर आप बहुत ज्यादा मल्टीटास्किंग (एक वक्त पर कई काम) करते हैं तब फोन हैंग होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जबकि डिवाइस का इंटरनल स्टोरेज खत्म होने की स्थिति में भी स्मार्टफोन स्लो और हैंग हो सकता है।

ऐसे पा सकते हैं निजात: स्मार्टफोन हैंग होने की समस्या से निजात पाया जा सकता है, जिसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन से गैर-जरूरी फाइल्स और कैशे फाइल्स को साफ करना होगा। फालतू ऐप्स को फोर्स स्टॉप कर कर बंद करना होगा। कोशिश करें कि आपने जो ऐप्स इंस्टॉल कर रखे हैं, वे फोन की इंटरनल मेमोरी में रखने के बजाय एसडी कार्ड में सेव करें। साथ ही अगर आपके फोन में कम रैम और स्टोरेज हो, तब उस पर हेवी ऐप्स न चलाएं। उन्हें हटाने का प्रयास करें, जबकि इसी स्थिति (लो रैम) में एक वक्त पर कई काम न करें।

बहुत सारे लोग अज्ञात और संदिग्ध वेबसाइट्स से कई बार ऐप्स और अन्य चीजें डाउनलोड कर लेते हैं, जिनके जरिए उनके फोन में मालवेयर और वायरस आदि घुस जाते हैं। ये फोन के साथ आपकी प्राइवेसी के लिए भी जोखिम भरे हो सकते हैं। टेक एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि APK फाइल कभी भी इंस्टॉल नहीं करनी चाहिए। यही नहीं, स्मार्टफोन कई बार अधिक गर्म हो जाने की वजह से भी हैंग होने लगते हैं, जबकि कई बार उन्हें सही अपडेट नहीं मिलता है तब भी यह समस्या देखने को मिलती है। कोशिश करें कि समय समय पर अपने फोन के सॉफ्टवेयर और ऐप्स को अपडेट करते रहें।