वैसे तो बागवानी करना एक शौक है लेकिन बेहतर जानकारी और तकनीक का उपयोग करके बागवानी की जाए तो यह कमाई का भी एक साधन बन सकती है। शहरों में रहने वाले अधिकतर लोग सोचते हैं कि बागवानी करने के लिए एक बड़े खेत या कम से कम एक बगीचे की आवश्यकता तो होती ही है। लेकिन ऐसा नहीं है, आप अपने घर की छत से भी बागवानी की शुरुआत कर सकते हैं और अपने परिवार के लिए बिना रसायनिक खाद के उपयोग के उगाए गए फल और सब्जियां प्राप्त कर सकते हैं। इतना ही नहीं इन फल और सब्जियों को बेचकर कमाई भी कर सकते हैं। इसके लिए कुछ राज्य सरकारें आर्थिक सहायता भी देती हैं।

शहरीकरण के विस्तार को देखते हुए हाल के सालों में छत पर बागवानी को लेकर नई सोच विकसित हुई है। छोटे स्थान पर किस तरह अधिक से अधिक सब्जियां उगाई जा सकती हैं, इसके लिए कई नई कृषि तकनीक भी लगातार सामने आ रही हैं। घर की छतों पर बागवानी का एक लाभ ये भी है कि अलग से समय निकालकर खेतों पर जाना नहीं पड़ता है। परिवार का कोई भी सदस्य थोड़ा सा समय इसको कर सकता है।
छत पर क्या उगा सकते हैं
घर की छत पर फल, फूल और सब्जी आसानी से उगाई जा सकती हैं। यदि आप छत पर नई तकनीक के माध्यम से खेती कर रहे हैं तो आपको बेहतर और गुणवत्तापूर्ण पैदावार होगी, जिसे आप ऊंचे दामों पर बाजार में बेच सकते हैं। इसके साथ ही आप तरह-तरह के पौधों को उगाकर बेच सकते हैं। छत पर खेती कर आप अपने लिए न केवल पोषक और शुद्ध खाद्य पदार्थ ही उगा सकते है, बल्कि आप मोटी कमाई भी कर सकते हैं। छत पर खेती आमतौर पर जैविक तरीके से होती है। इस कारण इनके दाम भी बाजार में अच्छे मिलते हैं। छत पर टमाटर, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, गोभी, भिंडी, धनिया के अलावा अमरूद, अनार, चीकू, सेब, आड़ू, चेरी आदि भी उगा सकते हैं।
जैविक खाद का उपयोग करें
पौधों की बढ़वार के लिए इसमें किसी भी रसायनिक और उर्वरक न डालकर केवल मिट्टी में जैविक खाद मिलाएं। गमलों व पालीबैग को छत के अलावा बालकनी और खिड़की पर भी रखा जा सकता है। हालांकि इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पौधों तक सूरज की रोशनी जरूर पहुंचे। रसोई से निकलने वाले अवशेष, अंडे के छिलकों का भी उपयोग खाद के तौर पर किया जा सकता है।