Facebook एक बार फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है। कैलिफोर्निया की फेडरल कोर्ट ने नए डॉक्युमेंट्स रिलीज किए हैं जिनसे यह खुलासा हुआ है कि Meta के मालिकाना हक वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक द्वारा Snapchat, YouTube और Amazon यूजर्स की जासूसी की जा रही थी। मार्क जुकरबर्ग के स्वामित्व वाली कंपनी कोडनेम ‘Project Ghostbusters’ वाले प्रोजेक्ट के जरिए स्नैपचैट यूजर्स के नेटवर्क ट्रैफिक को इंटरसेप्ट और डीक्रिप्ट कर रही थी।
कोर्ट द्वारा रिलीज किए गए दस्तावेज, कंज्यूमर्स और मेटा के बीच चल रही कानूनी लड़ाई का हिस्सा हैं। और इनसे पता चलता है कि कंपनी किस तरह प्रतिद्वन्दी ऐप्स को इस्तेमाल कर रहे यूजर्स के नेटवर्क ट्रैफिक को ऐनालाइज (विश्लेषण) कर रही थी। स्नैपचैट जैसी सर्विसेज द्वारा इस्तेमाल किए गए पुराने एनक्रिप्शन के एक्सेस के लिए फेसबुक ने एक स्पेशल टेक्नेलॉजी डिवेलप की जिससे यह पता लगाया जा सके कि यूजर्स दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर क्या एक्टिविटीज कर रहे हैं।
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जब Mark Zuckerberg ने किया था ईमेल
बता दें कि 9 जून 2016 को फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक इंटरनल ईमेल में कहा था, ‘जब कभी कोई स्नैपचैट के बारे में सवाल पूछता है तो आमतौर पर जवाब होता है कि उनका ट्रैफिक इनक्रिप्टेड होने के चलते हमारे पास उनसे जुड़ा कोई ऐनालिटिक्स नहीं है। वो तेजी से बढ़ोत्तरी कर रहे हैं, इसलिए जरूरी है उनका सही ऐनालिटिक्स डेटा पाने के लिए हम नया तरीका खोजें। शायद हमें पैनल या फिर कस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत है। आपको यह पता लगाना है कि ऐसा कैसे किया जाए। ‘
ज़ुकरबर्ग द्वारा इस ईमेल को भेजने के बाद ही कंपनी के डिवेलपर्स ने Onavo (VPN जैसी सर्विस) के इस्तेमाल का सुझाव दिया जिसका अधिग्रहण फेसबुक ने 2013 में किया था। एक महीने बाद Onavo पर काम कर रही टीम ने नया सॉल्यूशन दिया जिसमें यह बताया गया था कि ऐंड्रॉयड और iOS डिवाइसेज पर ‘किट्स’ इंस्टॉल की जाएं।
एक दूसरे ईमेल में फेसबुक ने कहा था इस तकनीक के जरिए इन-ऐप यूजेज यानी ऐप में यूजर का इनक्रिप्टेड ट्रैफिक को भी पढ़ा जा सकता है। कोर्ट द्वारा रिलीज दस्तावेज से पता चलता है कि फेसबुक ने स्नैपचैट के बाद इस प्रोग्राम को YouTube और Amazon पर भी यूजर्स की जासूसी करने के लिए इस्तेमाल किया।
आपको बता दें कि Meta की Onavo यूनिट को लेकर विवाद नया नहीं है। इससे पहले भी टीम यूजर डेटा कलेक्ट करने को लेकर कई बार विवादों में आ चुकी है। इजरायली कंपनी से Onavo का अधिग्रहण करने के बाद मेटा ने इस सर्विस के इस्तेमाल उन लाखों यूजर्स के जरिए अपने प्रतिद्वन्दियों पर नजर रखने के लिए किया जो ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे।