एक रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक एक आभासी दुनिया बनाने की योनजा बना रहा है। कंपनी इसका ऐलान जल्द ही कर सकती है। रिपोर्ट के आधार पर बताया जा रहा है कि फेसबुक नए नाम के साथ खुद को रीब्रांड करने की योजना बना रहा है। हालाकि कंपनी की ओर से इस बात पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं दी गई है। मगर सोशल मीडिया पर इसकी बहस तेज हो गई है। यूजर्स प्रतिक्रिया दे रहे हैं, साथ ही फेसबुक के नाम बदलने को लेकर कुछ मजेदार मीम्स शेयर किए जा रहे हैं।
यूजर्स ने फेसबुक का नाम बदलने को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। जिसमें एक प्रतिक्रिया दी गई कि फेसबुक को अपना नाम “मेटा” रखना चाहिए, जो मेटावर्स पर केंद्रित है और जिसका अर्थ एक आभासी वातावरण जहां उपयोगकर्ता बाहर घूम सकते हैं। वहीं कुछ टिप्पणियों में बुकफेस, फेसग्राम, फेसटाग्राम, फ्रीफेस, फ्रीटॉक, वर्ल्ड चेंजर आदि नाम यूजर्स द्वारा दिया गया। ट्विटर उपयोगकर्ता डेव पेल ने संगीतकार कान्ये वेस्ट के साथ तुलना करते हुए कहा कि कान्ये ने हाल ही में अपना नाम बदलकर “ये” कर लिया। ऐसे ही फेसबुक को भी अपना नाम ये कर देना चाहिए।
जबकि कई सुझावों में बताया गया कि यह सब अफवाह बताई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि रीब्रांड करने का मतलब संस्थापक मार्क जुकरबर्ग की फेसबुक को एक बार फिर “कूल” यानी आधुनिकता से जोड़ने का था। कारण देते हुए बताया गया कि मंच को कई युवा उपयोगकर्ताओं द्वारा छोड़ दिया गया है, जो इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और टिकटॉक जैसे ऐप में चले गए हैं, और अधिक उम्र वाले लोगों की आबादी अधिक बन गई है।
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कॉलेज के छात्र विटोरिया एस्टेव्स ने रोम में रॉयटर्स को बताया, “अगर इसका नाम बदलता है तो ओल्ड पीपल्स ऐप होना चाहिए क्योंकि यही हम युवा लोग इसे कहते हैं।” इसके आलावा कई ने सुझाव दिया कि फेसबुक को अपना नाम इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप व फेसबुक से जोड़कर रखना चाहिए, जो लोगों का ध्यान केंद्रीत करेगा।
बता दें कि “theverge.com” की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के नाम में होने वाले फेरबदल के बारे में जकरबर्ग 28 अक्टूबर को कंपनी के वार्षिक कनेक्ट सम्मेलन में बात करने की योजना बना रहे हैं। कहा जा रहा है कि फेसबुक यह पूरी योजना मेटावर्स (एक नई ऑनलाइन दुनिया जहां लोग मौजूद हैं और साझा वर्चुअल स्पेस में संवाद करते हैं) पर हो सकती है।