एक नए तरह का डिजिटल उत्पाद दुनियाभर में लोगों का ध्यान खींचने लगा है। इस डिजिटल उत्पाद पर मिलाजुला अधिकार है, इसका मिलाजुला निर्माण हुआ है और इसका संचालन भी मिलाजुला है। यह इंटरनेट का तीसरा युग स्थापित करता है। इसकी परिभाषा तो नई है ही, विकेंद्रीकरण, संस्थाओं में घटते विश्वास और मूल्य निर्माण एवं मूल्य नियंत्रण के मुद्दों को देखने का इसका तरीका भी नया है।
डिजिटल दुनिया में यह बदलाव अब आहट से आगे नए चलन का यथार्थ है। हम इनमें से कई चीजें पहले से ही खासतौर पर मीडिया की दुनिया में लागू होते देख रहे हैं। मसलन, ‘मिरर डाट एक्सवाइजेड’ अपने बारे में कुछ इस अंदाज में बताता है- ‘मिरर’ को ज्वाइन करना आपको सिर्फ समुदाय का सदस्य नहीं बनाता है। यह आपको इस प्लेटफार्म का सह-स्वामी भी बनाता है। नतीजतन हमारा प्लेटफार्म हमारे योगदानकर्ताओं का जोड़ है।
इन बातों से यह समझना आसान है कि इंटरनेट की गति और क्षमता से जुड़ी नई क्रांति सूचना क्रांति का वह चरण है, जो ज्यादा समावेशी है और जहां कारोबारी उद्यम बड़ी संभावना के तौर पर आकार ले रहा है। इस संभावना को देश-समाज की स्वीकृति इस लिहाज से मिल रही है कि लोगों को लग रहा है कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों-समूहों, सूचनाओं और उद्यमी पहलों से एक साथ जुड़ने का लाभ उठा सकेंगे।
