Whatsapp की तरह ही काम करने वाले Delta (डेल्टा) चेटिंग ऐप को भी खूब पसंद किया जा रहा है, इस ऐप को बीते साल लॉन्च किया गया था। इस ऐप को Whatsapp, telegram और Signal ऐप की तुलना में ज्यादा सेफ माना जाता है। आइये जानते हैं डेल्टा ऐप की ये खास खूबियां।

डेल्टा चैटिंग ऐप को चलाना उतना ही आसान है, जितना कि व्हाट्सएप, टेलीग्राम और सिग्नल एप को चलाना है। डेल्टा का यूजर इंटरफेस भी व्हाट्सएप की तरह आसान है। इस ऐप को आप एंड्रॉयड, iOS, Linux, macOS और Windows के ऐप स्टोरी से डाउनलोड कर सकते हैं। डेल्टा चैटिंग ऐप आपकी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करता है, इसके लिए आपको मोबाइल नंबर की जरूरत नहीं पडे़गी।

फोन नंबर की जरूरत नहीं
व्हाट्सएप, सिग्नल और टेलीग्राम को इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने नंबर से उसे कनेक्ट करना पड़ता है, जिस पर बैंक संबंधी ओटीपी और अन्य जरूरी मैसेज आते हैं। वहीं इसमें आपके कॉन्टैक्ट भी होते हैं। ऐसे में आपके फोन नंबर की मदद से ही आपके पास विज्ञापन और विज्ञापन दिखाए जाते हैं, जो आपकी प्राइवेसी को भंग करता है लेकिन डेल्टा चैट में आपको फोन नंबर की जरूरत नहीं होती है। न ही कोई कॉन्टैक्ट सेव करने की जरूरत है। इसके लिए आपको ईमेल आईडी की जरूरत पड़ती है।

डाटा कर सकते हैं कंट्रोल
इस ऐप में यूजर्स अपना डाटा कंट्रोल कर सकते हैं। इसका मतलब है कि कोई अन्य व्यक्ति ये फैसला नहीं लेगा कि वो आपके कौन से डाटा पर उसका कंट्रोल करेगा। इस ऐप को सरकार ब्लॉक नहीं कर सकती, अब इसे फायदा माना जाए या नुकसान ये समझना मुश्किल है। आपको बस सर्वर होस्टनेम और आईपी एड्रेस से अपना कनेक्शन काटना होगा।

हालांकि इस ऐप में दावा किया गया है कि इस ऐप का सर्वर डाउन नहीं होता है क्योंकि यूजर्स खुद का सर्वर बना सकते हैं।