कोरोना महामारी के समय इंटरनेट पर निर्भरता तेजी से बढ़ी है। अब बहुत से लोग भीड़भाड़ से बचने के लिए इंटरनेट बैंकिंग का यूज कर रहे हैं जो कि, हैकर्स के निशाने पर हमेशा रहते हैं। NordVPN ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड को हैकर्स केवल 6 सेकेंट में हैक कर सकते हैं। इस रिसर्च के लिए ग्लोबल VPN सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने 140 देशों के करीब 40 लाख पेमेंट कार्ड का अध्ययन करके बताया कि, हैकर्स कार्ड को हैक करने के लिए brute force तरीका अपनाते हैं। आपको बता दें ये तरीका काफी जल्दी पेमेंट कार्ड को हैक करता है।
NordVPN के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मारिजस ब्रीडिस ने कहा कि, ज्यादातर मामलों में हैकर्स पेमेंट कार्ड का CVV नंबर अनुमान लगाने के लिए brute-forcing टेक्नीका का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने बताया कि, इंटरनेंट के जरिए बड़ी संख्या में होने वाले ट्रांजेक्शन इसमें उनको सहूलियत देते हैं। ब्रीडिस ने बताया कि, पेमेंट कार्ड में पहले 6 से 8 नंबर कार्ड जारीकर्ता की आईडी संख्या होती है।
इससे हैकर्स को अनुमान लगाने के लिए 7 से 9 नंबर मिलते हैं क्योंकि 16वां नंबर एक चेकसम होता है जो केवल ये निर्धारित करने के लिए होता है कि, नंबर दर्ज करते समय कोई गलती तो नहीं हुई। उन्होंने बताया कि, ऐसे मामलों में पेमेंट कार्ड को कम्प्यूटर के जरिए हैक करने में 6 सेकेंड का समय लगता है।
सेफ्टी के लिए डेबिट, क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता क्या करें – ब्रीडिस के अनुसार कार्ड धारक को संदिग्ध गतिविधि के लिए अपने अकाउंट का मंथली स्टेटमेंट चेक करना चाहिए और बैंक के द्वारा दिशा-निर्देशों को पालन करना चाहिए। इसके अलावा क्रेडिट और डेबिट कार्ड के अकाउंट में केवल उतना ही पैसा रखे जितनी आपको खर्चे के लिए जरूरत है। वहीं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन केवल सुरक्षित ई-कॉमर्स वेबसाइट और शॉप पर करनी चाहिए।
RBI ने जारी की थी चेतावनी – बीते साल आरबीआई ने सितंबर में ट्वीट के जरिए चेतावनी जारी की थी। जिसमें बैंकिंग कस्टमर को केवाईसी डॉक्यूमेंट के नाम पर होने वाले फ्रॉड के बारे में सचेत किया गया था। इसके अलावा आरबीआई ने चेतावनी जारी करके बताया था कि, स्कैमर्स को अपनी निजी डिटेल्स शेयर न करें।