Android spyware App: दुनियाभर में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स ऐंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर हैं। और पिछले कुछ महीनों में लगातार ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स के निजी डेटा को चोरी करने वाले ऐप्स की जानकारी सामने आ रही है। अब रिपोर्ट्स में पता चला है कि Spyhide नाम का एक फोन ऐप यूजर के फोन से प्राइवेट डेटा चोरी-छिपे कलेक्ट कर रहा है।

बता दें कि यूजर्स के पासकोड को जानने वाला कोई भी व्यक्ति एक कॉमन स्टॉकरवेयर (Spouseware) प्रोग्राम यूजर के फोन में इंस्टॉल कर देता है। उसे Spyhide कहा जाता है। यूजर के फोन की स्क्रीन पर यह प्रोग्राम छिपा रहता है और इसे ढूंढना व अनइंस्टॉल करना मुश्किल है। एक बार फोन में इंस्टॉल होने के बाद Spyhide यूजर्स के कॉन्टैक्ट, मैसेज, इमेज, कॉल रिकॉर्ड्स, रिकॉर्डिंग्स और लोकेशन जैसी जानकरी अपलोड करता रहता है।

Spyhide के डेटाबेस में 60000 से ज्यादा ऐंड्रॉयड डिवाइस का रिकॉर्ड

स्विस हैकर Maia Arson Crimew ने एक ब्लॉग पोस्ट में इस स्पाईवेयर मैन्युफैक्चरर को लेकर दावा किया। उनके मुताबिक, स्पाईवेयर मैन्युफैक्चरर ने इसके डिवेलपमेंट इन्वायरनमेंट को लेकर एक जानकारी का खुलासा किया। हैकर ने अपनी पोस्ट में दावा किया है कि इस स्पाईवेयर से वेब-बेस्ड डैशबोर्ड के सोर्स कोड का एक्सेस मिलता है और जिसके जरिए ये स्कैमर, पीड़ित यूजर के फोन से चोरी किए गए डेटा को टेस्ट करते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिड-जुलाई तक Spyhide के डेटाबेस में दुनियाभर से हैक हुई करीब 60000 ऐंड्रॉयड डिवाइस का पूरा रिकॉर्ड मौजूद था। यह डेटा 2016 से इकट्ठा किया जा रहा है। इन रिकॉर्ड्स में कॉल लॉग, टेक्स्ट मैसेज, इन सालों के दौरान जरूरी लोकेशन हिस्ट्री और हर फाइल की इन्फोर्मेशन (फोटो और वीडियो को कैप्चर करने और अपलोड करने की तारीख समेत) शामिल हैं। इसके साथ ही स्पाईहाइड ने यूजर्स द्वारा की गई कॉल और इनकी ड्यूरेशन जैसे रिकॉर्ड्स भी अपने डेटाबेस में रखे हैं।

Tech Crunch के मुताबिक, Spyhide के सर्विलांस नेटवर्क में यूरोप और ब्राजील के हजारों पीड़ित यूजर्स का डेटा है। हालांकि, अमेरिका में हैक की गई डिवाइस की संख्या सीमित है और सिर्फ 3100 यूजर्स ऐसे हैं जिनके डेटा को सबसे ज्यादा मॉनिटर किया जा रहा है। Spyhide द्वारा एक सिंगल अमेरिकी सेलफोन से 100,000 से ज्यादा लोकेशन डेटा पॉइन्ट को अपलोड किया गया।

इसके अलावा, स्पाईहाइड के डेटाबेस में 750,000 से ज्यादा उन लोगों की जानकारी थी। इन लोगों के स्मार्टफोन में स्पाईवेयर ऐप इंस्टॉल करने का इरादा Spyhide का था।