यूआईडीएआई (Unique Identification Authority of India) देश में सभी नागरिकों के लिए आधार कार्ड (Aadhaar Card) जारी करती है। अब UIDAI ने बिहेवियरल रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन Behavioural Insights Limited (BIT) के साथ साझेदारी की है ताकि बच्चों के लिए आधार बायोमीट्रिक अपडेट प्रक्रिया को आसान बनाया जा सके। इन दोनों संस्थानों के बीच साझेदारी के जरिए Mandatory Biometric Update (MBU) बेहतर करने पर फोकस है। बता दें कि 5 से 15 साल के बीच हर बच्चे को बायोमीट्रिक डिटेल्स अपडेट कराना अनिवार्य है। इन अपडेट्स में नए फिंगरप्रिंट्स, आइरिस स्कैन और फोटोग्राफ शामिल हैं।
माता-पिता कर रहे बायोमीट्रिक अपडेट्स में देरी?
यूआईडीएआई को पता चला है कि बहुत सारे पेरेंट्स कन्फ्यूजन, जागरुकता में कमी और असुविधा के चलते बायोमीट्रिक अपडेट्स में देरी करते हैं। इसका मतलब है कि बच्चे कई बार आधार से लिंक जरूरी सर्विसेज का फायदा नहीं ले पाते।
इसीलिए BIT की मदद से UIDAI माता–पिता के व्यवहार पैटर्न का अध्ययन करने की योजना बना रहा है, ताकि यह समझा जा सके कि वे समय पर अपडेट पूरा करने से किस कारण रुक जाते हैं। रिसर्च टीम इसके बाद आसान रिमाइंडर और कम्युनिकेशन टूल तैयार करेगी, ताकि परिवार बिना तनाव के यह प्रक्रिया पूरी कर सकें।
अपडेट बढ़ाने के लिए शुल्क माफी
भागीदारी को और बढ़ावा देने के लिए UIDAI ने 1 अक्टूबर 2025 से एक वर्ष के लिए 7 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट का शुल्क माफ कर दिया है। इस कदम से आर्थिक रुकावटें हटने और लाखों परिवारों को लाभ पहुंचाने की उम्मीद है। यह अस्थायी छूट माता–पिता को समय पर MBU पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दी गई है।
पहल का महत्व
UIDAI के CEO भवनेश कुमार ने कहा कि तकनीक को मानव व्यवहार की समझ के साथ जोड़ने से आधार सर्विसेज और अधिक यूजर्स अनुकूल बनेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहल परिवारों के लिए अनुभव को आसान बनाने और बच्चों के आधार रिकॉर्ड को सटीक बनाए रखने के लिए तैयार की गई है।
BIT की CEO रैचेल कॉयल ने बताया कि एविडेंस-बेस्ड व्यवहारिक तरीके समय पर अपडेट की दर बढ़ाने में बड़ा फर्क ला सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि बच्चे आधार से जुड़ी जरूरी सर्विसेज का फायदा लेते रहें।
समय पर अपडेट क्यों जरूरी है
सही उम्र में बायोमेट्रिक अपडेट कराने से बच्चे के आधार विवरण सटीक और मान्य बने रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आधार कई सरकारी योजनाओं, पहचान दस्तावेज़ों, शिक्षा लाभों और कल्याणकारी कार्यक्रमों से जुड़ा होता है। इसलिए जब रिकॉर्ड सही समय पर अपडेट होते हैं तो बच्चों को इन सर्विसेज का लाभ लेने में कम समस्याएं आती हैं।
माता–पिता अपने बच्चे का आधार नंबर लेकर किसी भी ऑथराइज्ड आधार नामांकन सेंटर पर जा सकते हैं, जहां फिंगरप्रिंट, आइरिस स्कैन और फोटो अपडेट किए जाते हैं। सभी आधार सेंटर की पूरी लिस्ट भुवन आधार (Bhuvan Aadhaar ) पोर्टल पर उपलब्ध है।
