मानस मनोहर
पिछली बार हमने घर में आसानी से बन सकने वाली कुछ मिठाइयों के बारे में बात की थी। उसी क्रम में कुछ और मिठाइयां। त्योहारों के मौसम में मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है, इसलिए घर में मिठाइयां बनाएं और खाएं तो सेहत और स्वाद दोनों की दृष्टि से बेहतर है। इस बार आसानी से बन सकने वाली कुछ और मिठाइयां।
रसगुल्ले
लड्डू के बाद रसगुल्ला सबसे लोकप्रिय भारतीय मिठाई है। यह देश के हर हिस्से में खाया जाता है। इसे घर में बहुत आसानी से बनाया जा सकता है। रसगुल्ले बनाने के लिए छेना घर में ही तैयार करें। छेना बनाते समय थोड़ी-सी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। एक कड़ाही में दो लीटर दूध उबालें। कड़ाही में दूध डालने के बाद तीन से चार मिनट तक चलाते रहें, फिर उसे उबाल आने तक छोड़ दें। जब दूध में उबाल आ जाए तो आंच को बंद कर दें। ऊपर मलाई की परत को चम्मच से हटाते हुए थोड़ी देर तक उसकी भाप निकलने दें। दूध को ठंडा नहीं होने देना है। बस भाप निकलनी बंद हो जाए तो दूध में दो नीबुओं का निकाला हुआ रस धीरे-धीरे डालें और दूध को हल्का-हल्का चलाएं। अब पांच से दस मिनट तक दूध को छोड़ दें। दूध फट कर पानी छोड़ने लगेगा। जब दूध पूरी तरह पानी छोड़ दे और उसका हल्के हरे रंग का पानी ऊपर तैरने लगे तो एक महीन सफेद कपड़े में उसे छान लें। चम्मच से दबाते हुए जितना निकल सके, इसका पानी निकालें। इस पानी को एक बर्तन में रखें।
अब इस छेने को हमें दो बार ठंडे पानी से धोना है। ऐसा करने से छेना नरम और मुलायम बनता है। रसगुल्ले नरम बनते हैं। इसलिए एक बड़े कटोरे या परात में ठंडा पानी लें। उसमें छेने की पोटली को डुबोएं और ठीक से धो लें। पानी निथार लें। यह पानी फेंक दें। एक बार और ठंडा पानी लें और उसमें कपड़े की पोटली डाल दें। पोटली को खोल कर हल्के हाथ से छेने को रगड़ते हुए धोएं और फिर कपड़े समेत उसे बाहर निकाल कर पानी निकाल लें। पोटली को थोड़ी देर लटका कर रखें, ताकि छेने का सारा पानी निकल जाए।
अब एक बड़ी थाली या परात में छेने को निकालें। हथेली से रगड़ते हुए छेने को मसलें। छेना पूरी तरह मल कर मुलायम हो जाए तो उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना कर रख लें। ध्यान रखें कि इन गोलियों में कहीं दरार न रहने पाए। ठीक से दबी हुई हों। अब एक बड़े ढक्कनदार भगोने, मिल्क बॉलर या स्टीमर में डेढ़ लीटर पानी डालें। उसमें एक से डेढ़ चम्मच चीनी डालें। अगर आपके पास मिल्क बॉयलर या स्टीमर नहीं है, तो कुकर की सीटी निकाल कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जब चीनी के पानी में उबाल आने लगे तो उसमें छेने की गोलियां डाल कर ढक्कन लगा दें। आठ से दस मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दें। भाप निकल जाए, तो ढक्कन खोलें, रसगुल्ले बन कर तैयार हैं।
नारियल के लड्डू
नारियल के लड्डू बनाना बहुत आसान है। इसे कोई भी बहुत कम समय में बना सकता है। इसे दो-तीन तरीके से बनाया जाता है। इसे खोया या मावा और कंडेंस्ड मिल्क का उपयोग करके भी बनाया जा सकता है और दूध का इस्तेमाल करके भी। खोया अगर शुद्ध मिल जाए, तो उसका उपयोग करें। कंडेंस्ड मिल्क के साथ नारियल के लड्डू बनाने का खतरा यह होता है कि उसकी मात्रा सही न हो तो लड्डू या तो कड़ा बन सकता है या फिर गीला-गीला रह सकता है। इसलिए दूध के साथ नारियल का लड्डू बनाएं, तो खतरा नहीं रहता।
अगर आप मावा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो लड्डू बहुत कम समय में बन जाता है, क्योंकि दूध को गाढ़ा करने में जो समय लगता है, वह बच जाता है। यहां हम दूध से नारियल के लड्डू बनाएंगे। सबसे पहले नारियल को कद्दूकस कर लें। वैसे बाजार में नारियल का बूरा आसानी से मिल जाता है, उसका उपयोग कर सकते हैं। नहीं तो अगर कच्चा नारियल ले रहे हैं, तो उसे कद्दूकस कर लें। पके नारियल का भी उपयोग कर सकते हैं। अब इसमें पड़ने वाली सामग्री की मात्रा समझ लें। जितनी मात्रा हमने नारियल की ली है, उतनी ही मात्रा चीनी की भी रखें। जैसे ढाई सौ ग्राम नारियल है, तो चीनी भी ढाई सौ ग्राम ले लें। इसके अलावा दूध की मात्रा नारियल से डेढ़ गुना रखें। जैसे नारियल ढाई सौ ग्राम है तो दूध चार सौ मिली लीटर लें।
एक कड़ाही गरम करें और उसमें एक से दो चम्मच देसी घी डाल कर कद्दूकस किए हुए नारियल को हल्की आंच पर भून लें। जब उसमें से महक उठने लगे, तो दूध डालें और चलाते हुए पकाएं। दूध गाढ़ा होकर लगभग सूख जाए, तो उसमें चीनी डालें और चलाते हुए पकाएं। इसी समय चाहें, तो कुछ कटे हुए सूखे मेवे, जैसे काजू और बादाम डाल दें। जब चीनी प कर मिश्रण सूखने लगे तो आंच बंद कर दें। मिश्रण को ठंडा होने दें। मिश्रण हल्का गरम रहे, तभी अपने मनचाहे आकार में लड्डू बना लें और ठंडा होने के लिए रख दें। इन लड्डुओं को तुरंत फ्रिज में न रखें, कड़ो हो जाएंगे। वैसे, लड्डू, बरफी, गुलाब जामुन जैसी मिठाइयों को फ्रिज में न रखें, तो ही बेहतर। रसगुल्लों को फ्रिज में भी रखा जा सकता है। तो, इस दिवाली घर में मिठाई बनाएं, खाएं, खिलाएं और उपहार में भी दें।
