मसूढ़ों से खून आना एक आम समस्या है। ऐसे लोग कुछ खाते भी हैं तब भी उनके मसूढ़ों से खून आने लगता है। टूथब्रश या किसी ठोस चीज के टकराने से भी खून आने लगता है। दरअसल मसूढ़ों से खून आना कई बार व्यक्ति के लिए शर्म की बात हो जाती है। इस तरह की समस्या की वजह से वह सार्वजनिक तौर पर शर्मसार होता है। उसे हमेशा यही आभास होता है कि उसके मसूढ़ों से खून निकल रहा होगा। मसूढ़ों से खून आना गंभीर समस्या बन सकती है। इसलिए समय रहते इसका इलाज होना जरूरी है। आम भाषा में इस समस्या को पायरिया कहते हैं। इससे बचने के लिए नियमित मुंह की सफाई करते रहें।

क्यों होता है पायरिया
दांतों पर पीला मैल जमा होना हम सब देखते हैं। इस पीले मैल को प्लाक कहते हैं, जो दांतों पर जम जाता है, और दांत व मसूढ़ों के बीच जगह बन जाती है और संक्रमण के कारण मसूढ़े सूजने लग जाते हैं। जब हम इस मैल की सफाई नहीं करते हैं तब वह टार्टर में बदल जाता है। और इससे मसूढ़ों मे खून व पस निकलना शुरू हो जाता है। इसे ही पायरिया कहा जाता है। पायरिया के कारण मसूढ़ों की हड्डी गल जाती है, मुंह से बदबू आने लगती है और दांत गिरने लगते हैं। हमारे मसूढ़े कमजोर हो जाते हैं।

मसूढ़ों से खून क्यों निकलता है
मसूढ़ों से खून निकलना केवल पायरिया ही एक वजह नहीं है बल्कि हमारे खान-पान से लेकर हमारे अंदर होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण भी यह समस्या होती है। मसूढ़ों से खून निकलना निम्न कारणों की वजह से भी हो सकता है।

विटामिन सी की कमी
जब हमारे भोजन में पर्याप्त मात्रा में विटामिन शामिल नहीं होते तब हमें कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। इनमें से एक है विटामिन सी की कमी। हमारे खाने में जब विटामिन सी नहीं होता है, तब मसूढ़ों में समस्या आती है। इसके लिए ऐसे फल व सब्जियां खानी चाहिए जिसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में हो।

दवाएं भी बनती हैं खून आने का कारण
हम रोजमर्रा में ऐसी कुछ दवाएं खाते हैं जिनसे हमारे मसूढ़ों से खून आना शुरू हो जाता है। एस्प्रिन, क्लोपीडोगरेल जो हृदय के मरीजों को दी जाती है, मिर्गी की दवा, कैंसर कीमोथेरेपी की दवा, इन सबसे भी मसूढ़ों से खून आ सकता है।

मसूढ़ों में घाव
जो लोग तंबाकू, गुटखा, सुपारी, पान आदि जैसे निकोटीन वाले उत्पाद खाते हैं उससे उनके मसूढ़ों में घाव होने लगता है। यदि समय रहते ये सब पदार्थ खाने बंद नहीं किए गए तो घाव और अधिक बढ़ता चला जाता है। मसूढ़ों में सूजन आ जाती है। घाव भरे मसूढ़ों से जब कुछ खाएंगे तो उनसे खून निकलेगा। इसलिए इस तरह के पदार्थ न खाएं जिनसे मसूढ़ों को नुकसान पहुंचता हो।

धूम्रपान
धूम्रपान क्षतिग्रस्त मसूढ़ों को ठीक नहीं होने देता। यह संक्रमण को और बढ़ाता है। मुंह की ठीक से सफाई न करना मसूढ़ों की ठीक से सफाई न करने पर उन पर टार्टर जम जाता है जो सूजन का कारण बनता है। सूजे हुए मसूढ़ों पर खाद्य पदार्थों की चोट से भी खून आने लगता है। इसलिए मुंह की ठीक से सफाई जरूरी है।

लिवर खराब होना
लिवर के अस्वस्थ होने से रक्त में अम्लता बढ़ जाती है। दूषित अम्लीय रक्त पायरिया की वजह बनता है।

टेढ़े-मेढ़े दांत
जिन लोगों के दांत टेढ़े-मेढ़े होते हैं वे दांतों की सफाई ठीक से नहीं कर पाते हैं, जिसकी वजह से खाना दांतों में ही रह जाता है। बाद में यही खाना संक्रमण बन जाता है और मसूढ़ों से खून आने लगता है।