प्रयाग शुक्ल
झूला और चिड़िया
झूले पर बैठी थी चिड़िया
गा कर बोली चीं चीं चीं
जब झूले पर बैठ गए हम
झूला बोला चूं चूं चूं
रहा डोलता चूं चूं चूं
रहा बोलता चूं चूं चूं
चीं चीं चीं भाई चीं चीं चीं
चूं चूं चूं भाई चूं चूं चूं
चहकी महकी
चिड़िया आकर चहकी
बैठ तार पर चहकी
डाल डाल पर चहकी
टहनी टहनी चहकी
कली खिली थी महकी
पत्ती पत्ती महकी
दूर दूर तक महकी
तेज हवा में महकी
चहकी महकी चहकी
महकी चहकी महकी
१प्रयाग शुक्ल