आपने अक्सर कुछ लोगों को यह बात कहते हुए सुना होगा कि गुरुवार को पीले रंग का कपड़ा पहनना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों कहा जाता है? यदि नहीं तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। हिंदू धर्म में सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित किए गए हैं। गुरुवार को भगवान बृहस्पति की पूजा-अर्चना की जाती है। शास्त्रों में बृहस्पति जी को साधु-संतों का देव बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि हमारे जीवन के सुखों की चाबी बृहस्पति जी के पास है। कहते हैं जिस व्यक्ति के ऊपर भगवान बृहस्पति की कृपा होती है उसे अपने जीवन में कभी भी दुखों का सामना नहीं करना पड़ता।

शास्त्रों में पीले रंग को सम्पन्नता का प्रतीक बताया गया है। माना जाता है कि पीला रंग व्यक्ति के सुखमय जीवन को दर्शाता है। बता दें कि गुरुवार को विष्णु जी की भी आराधना की जाती है। विष्णु जी का प्रिय रंग पीला बताया गया है। यही वजह है कि विष्णु जी की पूजा में पीले रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही गुरुवार को पीले रंग की वस्तुओं का दान करना अच्छा माना गया है। वहीं, गुरुवार को पीले रंग के कपड़े पहनने से विष्णु जी के प्रसन्न होने की मान्यता है।

बता दें कि गुरुवार को दान करना काफी शुभ माना गया है। हालांकि इस दिन हल्दी, चने की दाल या फिर केले का दान करना चाहिए। इस दान से जीवन में मंगल होने की बात कही गई है। मालूम हो कि गुरुवार के दिन ‘ऊं बृं बृहस्पति नम:’ मंत्र का जाप करना काफी लाभकारी माना जाता है। कहते हैं कि इस मंत्र का जाप गुरुवार को कम से कम 108 बार करना चाहिए। मंत्र जाप के कुछ समय बाद तक भगवान विष्णु का ध्यान करते रहना चाहिए।