घर के बर्तनों को रात भर जूठा छोड़ने के लिए मना किया जाता है। हम आपको इस मनाही के पीछे की वजह बताने जा रहे हैं। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर के बर्तनों का परिवार के सदस्यों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। वास्तु में कहा गया है कि घर पर बर्तनों को रात भर जूठा छोड़ने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच बात-बात पर विवाद होने लगता है। घर के लोग आपस में मिलजुलकर प्रेम-पूर्वक नहीं रह पाते। रात भर बर्तनों को जूठा छोड़ने से घर की बची हुई सकारात्क ऊर्जा भी समाप्त होने लगती है। ऐसे में घर का माहौल बहुत ही खराब हो जाता है।
माता लक्ष्मी साफ-सुथरे घरों में ही निवास करती हैं। कहा जाता है कि जिस स्थान पर गंदगी होती है, लक्ष्मी जी वहां कभी भी नहीं जातीं। ऐसे में घर में रात भर जूठे बर्तन रखने से परिवार की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। माना जाता है कि इससे घर के सदस्यों की आय के स्रोत में कमी आने लगती है। व्यापार में घाटा होने की बात भी कही गई है। इसके अलावा व्यक्ति को उसके नए प्रयासों में सफलता मिलने की संभावना भी कम हो जाती है। माना जाता है कि इससे व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखें तो घर में रात भर जूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए। जूठे बर्तनों को रात भर खुले में रखने से उसमें कई तरह के बैक्टीरिया लग जाते हैं। ये बैक्टीरिया कई बार बर्तनों की सफाई करने के बाद भी नहीं निकलते। और व्यक्ति पुन: जब उन्हीं बर्तनों में भोजन करता है तो बीमारियां उसे अपना शिकार बना लेती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य के लिहाज से बर्तनों को घर में रात भर जूठा नहीं छोड़ना चाहिए।