आपने अकसर बड़े बुजुर्गों को ये कहते सुना होगा कि आंख का फड़कना अपशगुन होता है। ज्योतिष अनुसार हर अंग के फड़कने का कुछ न कुछ अर्थ जरूरत होता है। जो भविष्य में होने वाली किसी घटना का संकेत देता है। लेकिन ये जरूरी नहीं कि आंख का फड़कना हमेशा अशुभ ही हो। जानिए आंख का फड़कना कब माना जाता है बेहद ही शुभ…
समुद्र शास्त्र अनुसार दायीं आंख का फड़कना पुरुषों के लिए काफी शुभ माना जाता है। लेकिन अगर किसी महिला की ये आंख फड़कती है तो यह एक अशुभ संकेत है। इसका मतलब है कि जल्द ही कोई परेशानी आने वाली है। लेकिन अगर महिलाओं की बायीं आंख फड़कती है तो इसका अर्थ है कि कुछ शुभ होने वाला है। लेकिन अगर पुरुषों की बायीं आंख फड़के तो इसका मतलब कुछ बुरा हो सकता है।
मान्यताओं अनुसार अगर किसी पुरुष की बायीं आंख की पलक और भौंवें फड़कती हैं तो इसका अर्थ है कि उसकी किसी के साथ लड़ाई हो सकती है। इसलिए पहले से ही सावधान हो जाएं। ऐसा होने पर व्यक्ति के रिश्ते खराब होने की संभावनाएं रहती हैं। इसी के साथ अगर बायीं आंख के नीचे का हिस्सा अचानक से फड़कने लगे तो इसका मतलब आपकी किसी से बहस हो सकती है। लेकिन महिलाओं की बायीं आंख की पलक और भौंहों का फड़कना काफी शुभ होता है। इसका मतलब है कोई सुखद समाचार सुनने को मिलेगा।
यदि पुरुषों की दाएं आंख की ऊपरी पलक और भौहें फड़कती हैं तो इसका मतलब है कि आपको धन लाभ होने वाला है। परंतु अगर महिलाओं की दाएं आंख की ऊपरी पलक और भौवें फड़के तो इसे अशुभ माना जाता है।
साइंस के अनुसार आंखों के फड़कने को ‘मायोकेमिया’ कहते हैं। ऐसा अकसर तब होता है जब किसी अंग के आस-पास की मांशपेशियां सिकुड़ जाती है और वह उस जगह को हिलाने में असमर्थ रहती हैं। जिस कारण अंग फड़कने लगता है। मान्यताओं का मानना या न मानना तो विश्वास की बात है। लेकिन अगर आपकी आंख बार-बार फड़क रही है तो इसे नजरअंदाज न करें नहीं तो यह चिंताजनक हो सकता है।