नवरात्रि का पवित्र पर्व देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। पूरा वातावरण ही दुर्गा मां भक्ति में डूबा हुआ नजर आ रहा है। इस बीच हम आपको बताने जा रहे हैं कि नवरात्रि में कैसी चूड़ियां पहनना और दान करना शुभ माना गया है। चूड़िंया मुख्य रूप से गोलाकार होती हैं। ज्योतिष शास्त्र में इनका संबंध बुध और चंद्रमा ग्रह से बताया गया है। चूंकि चूड़ियों का संबंध वैवाहिक जीवन से है, इसलिए इन पर शुक्र ग्रह का प्रभाव भी माना गया है। चूड़ियां कलाई के मणिबंध पर्वत को स्पर्श करती हैं। ऐसे में सेहत पर इनका सीधा प्रभाव माना गया है।

कांच की चूड़ियों को सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। कांच की चूड़ियों को पहनने या दान करने के लिए मना किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर में रजो और तमो गुण की मात्रा काफी बढ़ जाती है। यह भी माना जाता है कि प्लास्टिक की चूड़ियां पहनने से नकारात्मकता बढ़ती है। वहीं, कांच की चूड़ियों को धारण करने और दान करने के लिए अच्छा माना गया है। कहते हैं कि कांच की चूड़ियों के टकराने से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। इसलिए नवरात्रि में कांच की चूड़ियां पहनने की सलाह दी जाती है।

मान्यता है कि कांच की चूड़ियों से निकलने वाली खनखन की आवाज माहौल में सकारात्मकता उत्पन्न करती है। कहते हैं कि इससे घर के लोगों की सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। कांच के चूड़ियों के बारे में यहां तक कहा जाता है कि इनसे शरीर में रक्त का प्रवाह सही रहता है। और इससे थकान दूर होती है। चूंकि कांच की चूड़ियों का संबंध बुध और शुक्र ग्रह से बताया गया है, इसलिए इनका दान करने से इन ग्रहों के मजबूत होने की मान्यता है। इससे व्यक्ति के ऊपर संबंधित ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।