Vidur Niti in Hindi: महाभारत काल में धृतराष्ट्र के छोटे भाई महात्मा विदुर की नीतियां (Vidur Niti) और बातें आज के समय में भी प्रासंगिक प्रतीत होती हैं। महात्मा विदुर ने जीवन के सभी पहुलओं को लेकर अपने नीति शास्त्र में चर्चा की है। हजारों साल पहले की इन नीतियों का आज के समय में काफी महत्व है। महात्मा विदुर ने हस्तिनापुर को बचाने के लिए काफी महत्वपूर्ण फैसले लिए थे। वह अर्थशास्त्र और राजनीति के बहुत अच्छे ज्ञाता थे।
अर्थशास्त्र के ज्ञाता महात्मा विदुर ने सामान्य लोक व्यवहार में धन को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। विदुर नीति के मुताबिक बिना-सोचे समझे किसी को भी धन नहीं देना चााहिए। साथ ही उन्होंने ऐसे 4 लोगों के बारे में भी बताया जिनके हाथ में कभी धन-संपत्ति नहीं देनी चाहिए, क्योंकि ऐसे करने से धन बर्बाद हो जाता है।
1- स्त्री को नहीं देना चाहिए धन: विदुर नीति के अनुसार स्त्री को कभी धन नहीं देना चाहिए। विदुर जी ने कहा है कि अगर स्त्री को धन दिया जाएगा, तो वह व्यर्थ की चीजों में उसे खर्च कर सकती है। जिससे आर्थिक नुकसान होता है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि स्त्री को जिस चीज या सामान की जरूरत हो, पुरुष उस चीज को लाकर दे दें।
2-आलसी व्यक्ति को नहीं देना चाहिए धन: विदुर जी अपनी नीति में कहते हैं कि जो व्यक्ति आलस से भरा हो, उसे धन कभी नहीं देना चाहिए। विदुर जी का मानना है कि आलसी व्यक्ति को पैसे देने से धन-संपत्ति का नुकसान हो जाता है। वह पूरा धन बर्बाद कर देता है। इसलिए भूलकर भी आलसी व्यक्ति को अपना पैसा नहीं देना चाहिए।
3- गलत काम करने वाले लोगों को धन देने से बचें: विदुर महाराज के अनुसर ऐसे लोगों को कभी धन नहीं देना चाहिए, जो अपने पैसे को गलत कामों में लगाता हो। क्योंकि ऐसे व्यक्ति को धन देने से वह सारा पैसा गलत कामों में लगा देता है। जिससे पूरा धन बर्बाद हो सकता है।
4-अधर्मी पुरुष: विदुर जी कहते हैं कि ऐसे लोगों को कभी धन नहीं देना चाहिए, जो बुरे काम करता है या अधर्मी होता है। क्योंकि ऐसे व्यक्ति पूरा बुरे कामों में पूरा पैसा लगा देते हैं। इसलिए कहा जाता है कि अधर्मी पुरुष को पैसा देने से धन नाले में फेंकने के समान है।