हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि सुबह शुभ होगी तो दिन भी शुभ जाता है। दिन शुभ जाने के पीछे हमारे दैनिक कार्य और इच्छाएं होती हैं, इसलिए पूरे दिन को शुभ बनाने के लिए सुबह को शुभ रखने का प्रयास किया जाता है। मान्यता है कि कोई अशुभ घटना सुबह के समय घट जाए तो पूरे दिन में नकारात्मकता का वास रहता है। मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि सुबह आंख खुलने के बाद शुभ वस्तुएं देखने से सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती रहती है। इसके लिए जरुरी होता है कि आपके सोने वाले स्थान पर अशुभ वस्तुएं ना हो जिससे सुबह ही उनका दर्शन ना करना पड़े, यदि वो वस्तुएं हमारे रोजमर्रा के इस्तेमाल की हैं तो उसके लिए क्या उपाय किए जाना शुभ माना जाता है।
माना जाता है कि आइना देखना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही ये भी माना जाता है कि बेडरुम में आइना नहीं रखना चाहिए और यदि मजबूरी हो जगह के कारण तो ऐसे स्थान होना चाहिए कि सुबह उठते ही उसकी तरफ ध्यान नहीं जाए और उसे ऐसे स्थान पर रखें जिसमें सुबह होने पर सबसे पहली आपकी शक्ल देख कर नहीं उठे। इसके साथ आइने पर सारा दिन पर्दा करके रखें और जरुरत होने पर ही हटाएं। जब बिस्तर से उतरें तो अपनी परछाई ना देखें, इससे बदनसीबी आती है। इसके साथ ही किसी ओर की छाया देखना भी अशुभ माना जाता है।
घर में जंगली जानवरों और ऊर्जा वाले हिंसक पशुओं के चित्र नहीं लगाने चाहिए। इनसे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पारिवारिक सदस्यों में भी हिंसा की प्रवृति आती है और इसके कारण पारिवारिक सदस्यों में लड़ाई-झगड़ा हो सकता है। इसके साथ जब सुबह उठें तो सबसे पहले अपने हाथों को अपने चेहरे पर फेरें। माना जाता है कि इसे करने से किस्मत चमक जाती है और दिन भी शुभ रहता है। इसके साथ ही सुबह होते ही सबसे पहले स्नान करके सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए। सूर्यदेव को जल अर्पित करने के बाद ऊं भास्कराय नमः का जाप 108 बार करना चाहिए।


