Vastu Tips For Tulsi: हिंदू धर्म में तुलसी को पवित्र पौधों में से एक माना जाता है। तुलसी को पूजनीय माना जाता है। तुलसी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा हरा-भरा रहता है। वहां पर मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की असीम कृपा होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा होने से सकारात्मक ऊर्जा अधिक पैदा होती है। इसके साथ ही हर संकट कोसों दूर रहती है। इसके साथ ही वातावरण भी शुद्ध रहता है। आमतौर पर तुलसी कई प्रकार की होती है। लेकिन घर में कुछ ही तुलसी लगाना शुभ माना जाता है। जानिए घर में कौन सी तुलसी लगाना माना जाता है शुभ।

बता दें कि तुलसी विभिन्न तरह की होती है जिन्हें श्यामा तुलसी, रामा तुलसी, श्वेत तुलसी, वन तुलसी और नींबू तुलसी कहा जाता है।  आमतौर पर इन तुलसी में से अधिकतर घरों में रामा और श्यामा तुलसी लगाना शुभ माना जाता है। जानिए घर में श्यामा और रामा में कौन सी तुलसी लगाना माना जाता है सबसे ज्यादा शुभ।

घर के लिए कौन सी तुलसी लगाना शुभ – रामा या श्यामा तुलसी?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रामा और श्यामा दोनों की तुलसी का अलग-अलग महत्व है। लेकिन कभी भी दोनों तरह की तुलसी को घर में नहीं लगाना चाहिए। दोनों में से किसी एक को घर में लगा सकते हैं। 

श्यामा तुलसी

श्यामा तुलसी के पत्ते गहरे हरे रंग की और टहनियां बैंगनी रंग की होती हैं। इसलिए इसे श्यामा तुलसी के नाम से जाना जाता है। इस तुलसी का रंग श्याम होने के कारण यह भगवान कृष्ण को अति प्रिय है। इसलिए इसे कृष्ण तुलसी के नाम से भी जाना जाता है।

रामा तुलसी

रामा तुलसी की पत्तियां हरे रंग की होती है। इन पत्तियों को खाने में स्वाद मीठा होगा। इसलिए इसे रामा तुलसी कहा जाता है। इसके अलावा इसे उज्जवल और भाग्यशाली तुलसी भी कहा जाता है। इस तुलसी को भी घर में लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है।  इसे घर में लगाने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है।

किस दिन घर में लगाएं तुलसी का पौधा

वास्तु शास्त्र के अनुसार,  कार्तिक मास के गुरुवार के दिन लगाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। लेकिन इसके अलावा भी आप किसी भी गुरुवार के दिन लगा सकते हैं। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इसलिए इस दिन तुलसी का पौधा लगाने से श्री हरि की कृपा हमेशा बनी रहती है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि, सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।