Vastu Tips For Jade Plant: वास्तु शास्त्र में सुख-समृद्धि और पॉजिटिव एनर्जी देने वाले कई तरह के पेड़-पौधों के बारे में बताया गया है। इन्हीं पौधे में से एक है जेड प्लांट। इसे मनी ट्री, फोलर प्लांट, फ्रेंडशिप ट्री, क्रासुला प्लांट या फिर गुड लक ट्री जैसे नामों भी जाना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जेड प्लांट को घर में सही दिखा में लगाने से सुख-संपदा की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। जानिए घर की किस दिशा में लगाएं जेड का पौधा।
घर में जेड प्लांट लगाने के लाभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जेड प्लांट लगाने से खूबसूरती तो बढ़ती ही है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि आती है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा देता है। ऐसे में घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके साथ साथ ही पैसों की तंगी से छुटकारा मिल जाता है और बच्चों का भी पढ़ाई में अधिक मन लगता है।
घर पर इस दिशा में लगाएं जेड प्लांट
घर के प्रवेश द्वार पर जेड प्लांट
वास्तु के हिसाब से घर के प्रवेश द्वार में जेड प्लांट लगाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा सबसे अधिक प्रवेश करेगा।
दक्षिण-पूर्व दिशा में जेड प्लांट
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में जेड प्लांट लगा सकते हैं। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही पैसों की तंगी से छुटकारा मिल जाता है।
पूर्व दिशा में जेड प्लांट
वास्तु के हिसाब से अगर आप जेड के पौधे को अपने घर की पूर्व दिशा में रखते हैं, तो ये परिवार को खुशहाली देने के साथ दीर्घायु बनाता है। इसके साथ ही मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
पश्चिम दिशा में जेड प्लांट
इस दिशा में जेड प्लांट लगाने से प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। छात्र अपनी स्टडी रूम की पश्चिम दिशा में इस पौधे को लगा सकते हैं। इससे एकाग्रता बढ़ती है। इसके साथ ही ऑफिस में इस दिशा में जेड प्लांट लगाने से उन्नति होती है।
इन जगहों पर न रखें जेड प्लांट
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जेड प्लांट को धन का प्रतीक माना जाता है। इसलिए इसे कभी भी गंदगी या फिर अंधेरे स्थान पर नहीं रखना चाहिए। इसे कभी भी बाथरूम या फिर बेडरूम में भी नहीं रखना चाहिए।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।