वास्तु शास्त्र का जीवन में बहुत महत्व होता है। इस शास्त्र के अनुसार हर दिशा का अपना अलग महत्व होता है। अगर हर चीज को उसकी सही दिशा के अनुसार रखा जाए तो इसके शुभ परिणाम मिलते हैं। जानकार मानते हैं की हर चीज में ऊर्जा होती है, जो मनुष्य के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालती है। अगर घर का वास्तु ठीक ना हो तो मनुष्य को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है। इसलिए घर की उत्तर दिशा हमेशा दोष मुक्त होनी चाहिए। क्योंकि अगर इस दिशा में वास्तु दोष होगा तो मनुष्य को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए और यहां पर कोई भारी सामान नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती।
उत्तर दिशा में होना चाहिए घर का प्रवेश द्वार: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार और बेडरूम हमेशा उत्तर दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह काफी शुभ होता है। इस दिशा में आईना लगाने से अच्छे फल प्राप्त होते हैं। इसके अलावा इसी दिशा में मनी प्लांट लगाने से मनुष्य का आर्थिक पक्ष भी मजबूत होता है। अगर कोई व्यक्ति अपनी नौकरी में तरक्की पाना चाहता है तो उन्हें इस दिशा में कुबेर देवता की प्रतिमा लगानी चाहिए। इससे जातक को अपने करियर में बड़े मुकाम हासिल होते हैं।
रसोई घर: माना जाता है की अगर घर की उत्तर दिशा में रसोई घर होता है तो मां अन्नापूर्णा की कृपा हमेशा आप पर बनी रहती है। आपके अन्न के भंडार कभी खाली नहीं होते। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में हमेशा नीले रंग का पेंट करवाना चाहिए। इससे जातक को धन का लाभ होता है।
उत्तर दिशा की दीवार पर दरार का अर्थ: अगर आपके घर की उत्तर दिशा की दीवार पर दरार आ गई है तो इसे तुरंत ठीक करवा लें। क्योंकि वास्तु अनुसार यह बेहद ही अशुभ माना जाता है। इससे आपको धन हानी होती है और करियर में तरक्की में मार्ग भी बंद हो जाते हैं।