Vastu Shastra Tips for Bedroom: वास्तु शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि कई बार गलत वास्तु के कारण घर की सुख-समृद्धि भी प्रभावित होती है। वर्तमान समय वैसे भी लोग अपने घर के निर्माण व साज-सज्जा के दौरान वास्तु का खास ख्याल रखते हैं। माना जाता है कि गलत वास्तु से घर में नेगेटिव एनर्जी का वास तो होता ही है, साथ में धन हानि, कलह और व्यापार में नुकसान के योग भी बनने लगते हैं। वास्तु के जानकारों का मानना है कि घर के प्रत्येक हिस्से का अपना एक अलग महत्व होता है। वास्तु विज्ञान में इस बात को बताया गया है कि घर का कौन-सा कोना किस तरह के फल देने वाला होता है। वास्तु के मुताबिक किसी भी घर के शयनकक्ष में टीवी नहीं लगाना चाहिए।
शयन कक्ष यानि कि व्यक्ति का बेडरूम, इसे सबसे शांति वाली जगह मानी जाती है। बेडरूम में टेलीविजन को रखना वास्तु शास्त्र के अनुसार उचित नहीं माना जाता है।
कूलर, एसी या फिर कोई अन्य बिजली का उपकरण अगर बेडरूम में रखते हैं तो इसे दक्षिण पूर्व दिशा में रखने की सलाह देते हैं वास्तु विद्वान।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक शयनकक्ष में बिस्तर रखने का स्थान दक्षिण-पश्चिम कोण होना चाहिए। साथ ही, बेडरूम में गद्दे वाला बड़ा बिस्तर हो तो बेहतर माना जाता है। साथ ही अगर बेड बड़ा हो तो उसपर दो की बजाय एक बड़ी चादर बिछाएं।
वास्तु शास्त्र में रंगों को भी बेहद अहमियत दी जाती है। रंग सुकून और तरक्की दोनों के योग बनाते हैं। इन्हें ऊर्जा का संचारक माना जाता है। कहते हैं कि अपने शयन कक्ष को लोगों को नीले रंग से रंगवाना चाहिए। इस रंग के प्रभाव से व्यक्ति सुखी व स्वस्थ रहता है। इतना ही नहीं, नीला रंग लोगों में सोचने-समझने की क्षमता विकसित करता है।
घर में अगर अलमारी भी बेडरूम में रखते हैं तो इसका स्थान भी सुनिश्चित करें। वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम में दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवारों से सटाकर वार्डरोब रख सकते हैं। इन्हें इस प्रकार रखें जिससे कि अलमारी के दीवार पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खुल सकें।
अगर शयनकक्ष में ड्रेसिंग टेबल है तो उसे दक्षिण या पश्चिम दिशा में होना चाहिए। साथ ही वास्तु आचार्य सलाह देते हैं कि आईने को जितना हो सके ढ़ककर रखें। ताकि सोते वक्त आपको अपना चेहरा इसमें दिखाई न दे। वास्तु में ऐसी मान्यता है कि सोते वक्त आईना में चेहरा देखने से स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।