Vastu Tips For Guest Room: वास्तु का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। अगर हमारा घर या कार्यस्थल वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो घर के सदस्यों की तरक्की रुक जाती है। वहीं व्यापार में घाटा होता है। साथ ही अगर घर या ऑफिस वास्तु अनुसार बना हो तो आर्थिक सम्पन्नता बनी रहती है। साथ ही मां लक्ष्मी का वास रहता है। यहां हम बताने जा रहे हैं कि आपका गेस्ट रूम वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए…

इस दिशा में हो गेस्ट रूम

वास्तु विज्ञान अनुसार यदि मकान दक्षिणमुखी है तो ड्राइंग रूम दक्षिण-पूर्व दिशा यानि कि आग्नेय कोण में बनाना चाहिए। साथ ही खिड़कियां पूर्व या उत्तर दिशा में होना शुभ मानी जाती हैं। वास्तु शास्त्र अनुसार यदि घर पूर्व या उत्तरमुखी है तो गेस्ट रूम को पूर्वोत्तर दिशा मतलब ईशान कोण में होना चाहिए। साथ ही यदि मकान पश्चिममुखी है तो गेस्ट रूम उत्तर-पश्चिम दिशा यानि कि वायव्य कोण में होना चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष नहीं लगता है और घर में सुख- समृद्धि का वास बना रहता है।

इस रंग की हो दीवारें

वास्तु अनुसार गेस्ट रूम का कलर हल्के रंग का होना चाहिए। इसलिए आप  हल्के नीले, हल्के हरे और आसमानी रंग का चुनाव कर सकते हैं। वहीं  रूम में खिड़की और दरवाजे के पर्दे दीवारों के रंग से मिलते-जुलते रंगों में ही प्रयोग करें। ऐसा करने से वास्तु देवता की कृपा बनी रहती है और धन आगमन के मार्ग खुलते हैं।

फर्नीचर के साइज का रखें ध्यान

फर्नीचर का चुनाव कमरे के साइज के अनुसार करना चाहिए। ये नहीं कि पूरा कमरा सोफा और टेबिल से घिर जाए। साथ ही ड्राइंग रूम में दक्षिण दिशा की तरफ भारी फर्नीचर रखना शुभ माना जाता है। उसके अलावा पश्चिम दिशा में भी फर्नीचर रखा जा सकता है। साथ ही फर्नीचर टूटा नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष लग सकता है।

वास्तु देवता की रहती है कृपा

वास्तु शास्त्र अनुसार ड्राइंग रूम में परिवार का चित्र दक्षिण दिशा की ओर लगाने से घर में खुशियां बढ़ती हैं। साथ ही उत्तर दिशा में एक्वेरियम रख सकते हैं। ऐसा करने से वास्तु देवता प्रसन्न होते हैं। साथ ही पश्चिम या उत्तर दिशा में गणेश जी की पीतल की मूर्ति भी रखने से शुभता आती है।