Vani Dosh Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में यह माना जाता है कि कुंडली में बुध अगर सही स्थिति यानी उच्च स्थिति में न हो तो व्यक्ति को वाणी दोष लग सकता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में वाणी दोष होता है उसे ऑफिस, घर और परिवार में कई प्रयास करने के बावजूद भी सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं हो पाती है।
कई लोगों को इस दोष की वजह से हकलाना, तुतलाना, बोलने में आत्मविश्वास की कमी, त्वचा के रोग, बालों के रोग और खुद को दूसरों से कमतर समझने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति को कड़वा बोलने के लिए जाना जाता है। इनसे बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में उपाय बताए गए हैं।
वाणी दोष के उपाय (Vani Dosh Ke Upay)
वाणी दोष से पीड़ित व्यक्ति को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। संभव हो तो भगवान शिव का रूद्राभिषेक भी करें। साथ ही शाकाहारी बनें। दूषित चीजों का सेवन ना करें। बताया जाता है कि ऐसा करने से बहुत जल्द वाणी दोष से मुक्ति पाई जा सकती है।
जो लोग वाणी दोष के प्रभाव से परेशान हैं उन्हें देवी दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। साथ ही दुर्गा स्तुति या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। दुर्गा स्तुति में बताया गया है कि उसका रोजाना पाठ करने से ग्रहों के दुष्प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है। इसके अलावा ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जाप करें।
वाणी दोष को दूर करने के लिए यह जरूरी है कि आप दूसरों की बुराईयां करना बंद कर दें। रोजाना गाय की सेवा करें। संभव हो तो हर बुधवार गाय को हरा चारा खिलाएं। गुरुजनों का आशीर्वाद लेने से भी लाभ मिल सकता है।
घर की पूर्व दिशा में हरा झंडा लगायें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस उपाय से बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही वाणी दोष से परेशान जातक को सोना जरूर पहनना चाहिए। सोना ना पहन पाएं तो तांबे के आभूषण पहनें। हरे रंग के कपड़े पहना करें और हरे रंग की वस्तुएं दान करें।
कनिष्ठा उंगली में पन्ना रत्न पहनने। बुधवार को गाय को घास या हरा चारा खिलाएं। भगवान गणेश को सिंदूर अर्पित करें। मूंग की हरी दाल किसी गरीब, मजदूर या जरुरतमंद को दान करें।