Vaishakh Maas 2024: हिंदू धर्म में वैशाख मास का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु को समर्पित इस माह में पूजा पाठ करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, वैशाख माह में माता सीता का प्राकट्य हुआ था। इसी के अलावा परशुराम सहित विष्णु जी ने कई अवतार लिए थे। इसके साथ ही वैशाख माह में सूर्य की किरणें सबसे तेज होती है। ऐसे में इस माह देवी- देवता की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह को सभी मासों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने वाला दूसरा कोई मास नहीं माना जाता है। इस महीने में सूर्योदय से पहले स्नान करके सूर्य देव को अर्घ्य देने से जीवन की हर एक परेशानी से निजात मिल जाती है।
वैशाख मास में भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। विष्णु पुराण के अनुसार, वैशाख माह का हर एक दिन का अपना-अपना महत्व है। लेकिन इन सब में गुरुवार का विशेष महत्व है, क्योंकि यह भगवान विष्णु का दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ तुलसी की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। विष्णु पुराण के अनुसार, इस दिन तुलसी के पौधे में हल्दी की गांठ सहित ये चीजें चढ़ाने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती है और हर दुख-दर्द को हरने के साथ सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं।
कब से कब तक वैशाख माह 2024?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 24 अप्रैल से वैशाख माह आरंभ हो गया था, जो वैशाख पूर्णिमा यानी 23 मई को समाप्त होगा।
वैशाख मास के गुरुवार के दिन करें ये उपाय
वैशाख माह में पड़ने वाले गुरुवार के दिन महिलाएं स्नान आदि कर लें। इसके बाद तुलसी के पौधे के समक्ष मिट्टी या आटा के दीपक में शुद्ध गाय का घी और गोल बाती रख कर जला दें। इसके बाद एक कटोरी सात हल्दी की गांठ, एक टुकड़ा गुड़ और सात चने की दाल के दाने डालकर पौधे के सामने रख दें। फिर एक लोटे जल को हाथ में ले लें और तुलसी जी और विष्णु जी का मनन करते हुए अपना नाम, गोत्र बोलकर थोड़ा सा जल कटोरी में डालें। इसके बाद फिर अपना नाम, गोत्र बोलकर जल कटोरी में छोड़ दें। ऐसा सात बार करें। इसके बाद हल्दी वाली कटोरी को हाथ में लेकर अपनी कामना कहते हुए इसे तुलसी के पौधे की जड़ में अर्पित कर दें। इसके बाद ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः:’ मंत्र का जाप कर लें। फिर सात बार परिक्रमा कर लें। ऐसा करने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा, अपार धन दौलत की प्राप्ति होगी।
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