Tula Sankranti 2023 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार, संक्रांति तब होती है, जब सूर्य  एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं।  सूर्य हर माह राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में जिस राशि में सूर्य जाते हैं। उस राशि का नाम संक्रांति के साथ जुड़ जाता है। ऐसे ही सूर्य 18 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में तुला संक्रांति भी बुधवार को पड़ रही है। इस दिन स्नान-दान के साथ भगवान सूर्य और मां लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। तुला संक्रांति को कर्नाटक और ओडिशा में खास महत्व है। इसे तुला संक्रमण के नाम से जानते हैं। इस दिन को चावल की फसल के दाने आने की खुशी के रूप में मनाते हैं। जानिए तुला संक्रांति पर क्या करें।

तुला संक्रांति का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार,  18 अक्टूबर 2023 की दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर तुला राशि में गोचर करेंगे। इसके साथ ही इस दिन पुण्य काल प्रातः काल सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 06 मिनट तक रहेगा और महा पुण्य काल सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर 08 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।

नवरात्रि में तुला संक्रांति का संयोग

इस साल सूर्य तुला राशि में नवरात्रि के दिनों में हो रहे हैं। ऐसे में नवरात्रि और तुला संक्रांति का संयोग जीवन में खुशियां ही खुशियां ला सकता है। सूर्य की शक्ति के प्रभाव से जीवन में सकारात्मक बढ़ेगी।

तुला संक्रांति पर करें सूर्य पूजा

तुला संक्रांति के दिन सूर्य पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान करने के बाद एक तांबे के लोटे में जल, अक्षत, लाल फूल और थोड़ा सा सिंदूर डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इसके साथ ही ‘ऊँ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।

तुला संक्रांति पर करें मां लक्ष्मी की पूजा

तुला संक्रांति के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होतीहै। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी को कमल का फूल या फिर लाल रंग का फूल अर्पित करें। इसके साथ ही मां को लाल सिंदूर, अक्षत, फूल, माला चढ़ाने के साथ मिठाई का भोग लगाएं। आप चाहे तो खीर का भी भोग लगा सकते हैं। 

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