साल 2017 का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 21 अगस्त(सोमवार) को रात में करीब 9 बजे लगेगा। सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है। ऐसे में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं। ज्योतिष के मुताबिक चंद्र और सूर्य दोनों ही ग्रहणों का सभी प्राणियों पर असर पड़ता है। बताया जाता है कि ग्रहण का असर गर्भवती महिलाओं पर ज्यादा पड़ता है। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार ज्यादा होता है, जिससे इसका गलत असर पड़ता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बहुत सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
बताया गया है कि ग्रहण के दौरान सावधानियां नहीं रखने पर गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे पर असर पड़ता है। ग्रहण का असर होने पर पेट में पल रहा बच्चा खराब हो सकता है। ग्रहण के वक्त गर्भवती महिलाएं सूर्य या चंद्र ग्रहण की किरणों की चपेट में आ जाती हैं तो उसका नकारात्मक असर बच्चे और मां दोनों पर पड़ता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर के अंदर रहने की ही सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिलाएं ग्रहण के वक्त घर के ऐसे कमरे में रहें, जहां सूर्य या चंद्र की कोई किरण भी ना पहुंचती हो। इसके साथ ही मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा हावी नहीं होगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। ग्रहण के वक्त पूजा पाठ नहीं किया जाता, ऐसे में मंत्रों का उच्चारण भी करें तो भी मन ही मन करें। ग्रहण के दौरान खानपान भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा शौच से भी ग्रहण से पहले ही निपट लें। ग्रहण के वक्त पहने गए कपड़ों को ग्रहण खत्म होने के बाद किसी गरीब को दान दे दें। ग्रहण खत्म होते ही स्नान भी करना चाहिए और किसी पास के मंदिर में जाकर पूजा करनी चाहिए। इससे ग्रहण का नकारात्मक असर कम होगा।
बता दें, यह सूर्य ग्रहण उस वक्त होगा, जब भारत में रात होगी। ऐसे में यहां चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा तो इसका असर भी यहां नहीं होगा। जहां-जहां ग्रहण होगा, वहीं पर इसका असर होगा। हालांकि, ज्योतिषियों का कहना है कि बेशक चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई ना दे, लेकिन इसका सभी राशियों पर असर जरूर पड़ेगा।