हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र में भवन निर्माण से लेकर कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। आज हम जानेंगे कि वास्तु के अनुसार पति-पत्नी का बेडरूम कैसा होना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि वास्तु में दिए गए निर्देशों को नजरअंदाज करने से पति-पत्नी के रिश्ते में काफी कड़वाहट आ जाती है। पति-पत्नी का प्यार बहुत जल्द ही तकरार में बदल जाता है। वास्तु की मानें तो पति-पत्नी को अपने बेडरूम में वाश बेसिन नहीं लगानी चाहिए। कहते हैं कि इससे पति-पत्नी में दूरियां आने लगती हैं। उनमें बात-बात पर तकरार होने लगती है। इससे दांपत्य जीवन की मधुरता समाप्त हो जाती है। साथ ही इसका बुरा असर परिवार के अन्य सदस्यों पर भी पड़ता है।

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि पति-पत्नी इस बात का ध्यान रखें कि उनके बेडरूम में कम से कम लोग प्रवेश करें। कहा जाता है कि बेडरूम में अन्य लोगों के प्रवेश करने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे पति-पत्नी के प्यार में कमी आने लगती है। इसलिए पति-पत्नी को दूसरों को अपने बेडरूम में लेकर नहीं जाना चाहिए। साथ ही बेडरूम में आईना लगाने के लिए भी मना किया गया है। वास्तु के मुताबिक, बेडरूम में आईना ऐसी जगह पर लगा सकते हैं जो बिस्तर से न दिखता हो। इससे आईने का नकारात्मक प्रभाव पति-पत्नी के ऊपर कमतर हो जाता है।

पति-पत्नी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बेडरूम में कम से कम इलेक्ट्रॉनिक सामान हों। ऐसा वास्तु शास्त्र में कहा गया है। कहते हैं कि बेडरूम में इलेक्टॉनिक सामान जैसे कि टेलीविजन, रेडियो इत्यादि होने से पति-पत्नी का प्यार कम हो जाता है। इसके अलावा पति-पत्नी को अपने बेडरूम में जूते-चप्पल रखने के लिए मना किया गया है। वास्तु के मुताबिक, इससे पति-पत्नी के अंदर नकारात्मक भाव ज्यादा आने लगते हैं।