मनुष्य के जीवन में कई बार नकारात्मक ग्रहों की ऐसी दशाएं आती हैं, जब वह कर्ज लेने के लिए मजबूर हो जाता है। साथ ही कुंडली में कुछ ऐसे योग भी स्थित होते हैं, जो मनुष्य को कर्जें में डुबो देते हैं। वहीं आज के समय में बदलती मानसिकता के चलते बैंकों व कई गैर सरकारी ग्रुपों द्वारा ऋण लेने के लिए दिए जाने वाले लुभावने अवसर प्रदान किए जाते हैं और मनुष्य लोन लेने के लिए तैयार हो जाता है। फिर बाद में समय पर कर्ज का भुगतान न करने पर भारी ब्याज दर द्वारा उन्हें आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कर्ज मुक्ति के ऐसे उपाय जो आपको कर्ज से छुटकारा पाने में मददगार साबित हो सकते हैं।

कर्ज से छुटकारा पाने के अचूक उपाय:

1. कर्ज से जल्द मुक्ति पाने के लिए ऋणमोचन मंगल स्त्रोत का पाठ करना बहुत ही सिद्धकारी साबित होता है। इसके साथ ही गणेश जी को दो बेसन के लड्डू भी अर्पित करें।

2. बुधवार को सुबह स्नान के बाद गाय को हरा चारा खिलाएं। यह उपाय लगातार तब तक करते रहे जब तक कि कर्ज के लिए परिस्तिथियां अनुकूल न हो जाएं।

3. कर्ज मुक्ती के लिए लगातार 2 मंगलवार को हनुमान जी को चौला चढ़ाएं। हनुमान जी के चरणों से सिन्दूर लेकर माथे पर टीका लगाएं और हनुमान जी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। इसी के साथ–साथ नियमित रूप से हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का भी पाठ करें।

5. प्रतिदिन 50 ग्राम लाल मसूर की दाल का दान करें। इस उपाय से कर्ज धीरे-धीरे कम होने लगता है। भगवान श्री गणेश, रिद्धि -सिद्धि देने वाले देव कहलाते है। इसलिए नियमित रूप से उनकी पूजा करने से और दूर्वा व मोदक का भोग लगाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है। (यह भी पढ़ें)- वैवाहिक जीवन में चाहिए खुशहाली तो इस दिन धारण करें शुक्र मणि, जानिए इसके चमत्कारी फायदे

6. शनिवार के दिन घर के मुख्य द्वार की चौखट पर घोड़े की नाल को अभिमंत्रित कर लगाना चाहिए। बस इसमें शर्त यह कि नाल को लगाते समय कोई आपको टोके ना।

7. मंगलवार को शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर मसूर की दाल और जल अर्पित करें और साथ ही “ऊं ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः ”मंत्र का जाप भी करें। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और कर्ज मुक्ति में सहायता मिलती है।

8. शनिवार के दिन एक मिट्टी के दिए में सरसों का तेल भरकर इसे अच्छे से ढक दें। अब इस दिए को किसी तालाब या नदी के किनारे थोडा गड्डा खोदकर दबा दें। लेकिन पीछे मुड़कर न देखें।