देशभर में आई फ्यू या कंजंक्टिवाइटिस के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं। इसे पिंक आई नाम से भी जानते हैं। खासकर दिल्ली में इस समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आई फ्लू होने का मुख्य कारण अत्यधिक नमी और बारिश के साथ-साथ जलभराव है। ऐसे में ये बैक्टीरिया तेजी से अपने पांव पसारता जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आंखों संबंधी समस्याओं के लिए कुछ ग्रह जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में जानिए आई फ्लू के लिए कुछ ज्योतिषीय उपायों के बारे में।

आंखों संबंधी बीमारियों के लिए जिम्मेदार है ये ग्रह

  • अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्य या फिर चंद्रमा की स्थिति कमजोर होती है, तो व्यक्ति को आंखों संबंधी समस्याएं हो सकती है, क्योंकि ये दोनों ही ग्रह प्रकाश के कारक है।
  • जब सूर्य और चंद्रमा पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि हो या फिर दोनों ग्रहों की बारहवें भाव में युति हो रही है।
  • अगर कुंडली में दूसरे भाव में मंगल और शनि की युति हो रही है, तो नेत्र संबंधी समस्याएं होती है।
  • अगर जातक की कुंडली के दूसरे भाव में कोई अशुभ ग्रह मौजूद हो या फिर इस भाव में किसी अशुभ ग्रह का स्वामित्व हो, तो आंख संबंधी समस्याएं होती है।
  • अगर कुंडली में दूसरे, बारहवें, पहले घर के स्वामी और शुक्र त्रिक घर में युति हो, तो नेत्र संबंधी समस्याएं होती है।
  • अगर कुंडली में चंद्रमा की युति बारहवें या फिर सातवें घर के स्वामी के साथ हो रही हो, तो इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

आई फ्लू में कारगर हो सकते हैं ये ज्योतिषीय उपाय

  • रोजाना सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। इसके लिए एक तांबे के लोटे में जल भर दे सकते हैं। इसके साथ हृदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है।
  • चांदी के आभूषण पहनने से भी लाभ मिलता है। हो सके, तो चांदी की चीजें दान कर सकते हैं।
  • रोजाना भगवान शिव की पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग का जलाभिषेक करें।

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