प्रत्येक व्यक्ति यह चाहता है कि उसका भाग्य अच्छा हो। हालांकि हर बार ऐसा नहीं हो पाता। कई बार भाग्य खराब होने की वजह से हमें अपने प्रयासों में सफलता नहीं मिलती। ऐसा भी कहा जाता है कि कुछ लोगों का भाग्य सदैव ही खराब रहता है। कहते हैं कि ये लोग चाहे जितनी भी मेहनत कर लें, लेकिन उन्हें उनके कार्यों में सफलता नहीं मिलती। शास्त्रों में इसके लिए ऐसे लोगों की कुछ गलतियों को जिम्मेदार माना गया है। आज हम आपको ऐसी ही पांच गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे किसी व्यक्ति का भाग्य खराब होने की मान्यता है।
1. वाणी: शास्त्रों में वाणी पर संयम रखने के लिए बार-बार कहा गया है। कहते हैं कि जो लोग अपनी वाणी पर संयम नहीं रखते हैं, उन्हें अपने जीवन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग कुछ भी अनाप-शनाप बोलते रहते हैं, उनका भाग्य खराब हो जाता है।
2. आचरण: यह बात हमें बचपन से ही सिखाई जाती है कि हमें अपना आचरण अच्छा रखना चाहिए। गलत आचरण का हमारे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आचरण खराब होने से व्यक्ति की किस्मत भी कमजोर हो जाने की मान्यता है।
3. कर्म: कहते हैं कि हमें सदैव ऐसे ही कर्म करने चाहिए, जिनसे हमारा भला तो हो लेकिन उससे दूसरों को किसी तरह का नुकसान ना हो। लेकिन जो लोग इसका पालन नहीं करते हैं, उनका भाग्य खराब हो जाने की बात कही गई है।
4. जिम्मेदारी: जिम्मेदारियों से हमारे जीवन का गहरा संबंध बताया गया है। कहते हैं कि जो लोग अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागते हैं, उन्हें आगे चलकर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों की किस्मत भी खराब होने की मान्यता है।
5. सहायता: हमारे शास्त्रों में किसी की सहायता करने को बेहद पुण्य का कार्य माना गया है। इसलिए हमें कभी भी किसी की सहायता करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। कहते हैं कि जो लोग दूसरों की सहायता नहीं करते हैं, उनका भाग्य पक्ष कमजोर हो जाता है।