वास्तु का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर हमारे घर या ऑफिस वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो घर में हमेशा सुख- शांति का अभाव रहता है। साथ ही घर के लोगों की तरक्की रुक जाती है और दरिद्रता छा जाती है। वहीं जहां दरिद्रता छा जाती है। वहां से मां लक्ष्मी रूठकर चलीं जातीं हैं। यहां हम आपकों बताने जा रहे हैं कि वास्तु अनुसार ऑफिस कैसा होना चाहिए।
इन दिशा में रखें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
वास्तु शास्त्र अनुसार आपके ऑफिस में कंप्यूटर और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हो तो उसे हमेशा आग्नेय कोण में ही लगाना चाहिए। यह दिशा अग्नि देव की दिशा है और इस दिशा में इलेक्ट्रॉनिक आयटम रखने से धन आगमन के मार्ग खुलते हैं।
इस दिशा में मालिक को बैठना चाहिए
वास्तु के हिसाब से दुकान के मालिक को दक्षिण-पश्चिम दिशा में बैठना चाहिए। दक्षिण-पश्चिम कोने में बैठते समय इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा जाता है कि मुख उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। ऐसा करने से वास्तु देवता आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और समपन्नता बनी रहती है।
तस्वीर की हो यह दिशा
वास्तु शास्त्र अनुसार दुकान या ऑफिस में देवी-देवता की तस्वीर लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए देवी-देवता की तस्वीरें उत्तर-पूर्व दिशा में लगानी चाहिए। इसके साथ ही तस्वीर लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि देवी-देवता का मुख दुकान या ऑफिस के अंदर की ओर हो। ऐसा करने से व्यापार में अच्छा धनलाभ होता है। साथ ही व्यापार में निरंतर बढ़ोतरी होती है।
इस दिशा में लगाएं घड़ी
वास्तु मुताबिक ऑफिस में घड़ी हमेशा पूर्व या उत्तर की तरफ लगी होनी चाहिए क्योंकि घड़ी समय का प्रतीक है इसलिए घड़ी को सकारात्मक स्थान पर लगाना चाहिए। साथ ही घड़ी को कभी बंद नहीं रखना चाहिए। वहीं दुकान या दफ्तर में भारी या अनावश्यक सामानों को नहीं रखना चाहिए। क्योंकि गैर-जरूरी चीजों को काम के स्थान पर रखने से नकारात्मक ऊर्जा का फैलाव होता है। मतलब फालतू कबाड़ एकत्र न करें। इससे कामों में भी रुकावट आती है।
इन चीजों का भी रखें ध्यान
ऑफिस में दीवारें, पर्दे, टेबल सब हल्के रंग के होने चाहिए। मतलब आप हल्के आसमानी, गुलाबी और हल्के पीले कलर के पर्दे लगा सकते हैं। गहरे लाल और हरे रंग से बचना चाहिए। वहीं कभी भी हिंसक पशु-पक्षी, रोता हुआ इंसान, डूबता हुआ जहाज, ठहरे पानी की पेंटिंग आदि की तस्वीर नहीं होनी चाहिए, इससे ऑफिस में नेगेटिव एनर्जी आती है। साथ ही कामों में भी रुकावट आती है।