Surya Rashi Parivartan: 16 अगस्त रविवार से सूर्य कर्क राशि को छोड़कर सिंह राशि में प्रवेश करने वाला है। यह राशि परिवर्तन शाम 7 बजकर 27 मिनट से शुरू होगा। इस गोचर की कुल अवधि 1 महीना रहेगी। इसका अर्थ है कि सूर्य 1 महीने तक अपनी राशि सिंह में रहेंगे। यह गोचर 16 अगस्त से लेकर 16 सितंबर तक चलेगा। सूर्य के सिंह राशि में गोचर करने से सभी 12 राशियों पर इसके प्रभाव पड़ेंगे। बुरे प्रभावों से बचने के लिए सभी राशि के जातकों को अलग-अलग उपाय करने चाहिए। सूर्य राशि परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों से बचाव हेतु जानिए उन उपायों के बारे में जिन्हें करना लाभप्रद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं –
मेष राशि: सूर्य राशि परिवर्तन के दुष्प्रभावों से बचने के लिए मेष राशि वालों को रविवार के दिन पीले वस्त्रों का दान करना चाहिए।
वृष राशि: रविवार के दिन गाय माता को गुड़ खिलाना चाहिए। यह उपाय आप सूर्य गोचर की 1 महीने की अवधि तक कर सकते हैं।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों को उगते सूरज को जल देना चाहिए। ऐसा करने से उनकी कुण्डली में सूर्य उच्च हो जाएगा। और लोग सूर्य के बुरे प्रभाव से भी बच पाएंगे।
कर्क राशि: कर्क राशि वालों को नारंगी लाल लाल रंग के वस्त्रों का दान करना चाहिए। साथ ही सूर्य गोचर की अवधि में रोज नारंगी चंदन का तिलक जरूर लगाएं।
सिंह राशि: सूर्य गोचर आपकी राशि में होने वाला है। इसलिए आपको सूर्य गोचर की 1 महीने की अवधि के दौरान पीले, नारंगी या लाल रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।
कन्या राशि: कन्या राशि वालों को सूर्य गोचर के दौरान पीली – नारंगी वस्तुओं का दान करना चाहिए।
तुला राशि: तुला राशि वाले जातकों को सुबह उठने के बाद सबसे पहले पीला भोजन करना चाहिए।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों को सूर्य भगवान के आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ ब्रह्म मुहूर्त में करना चाहिए।
धनु राशि: इस राशि वालों को रविवार के दिन उगते सूरज के सामने बैठकर ओम घृणि सूर्याय नमः का जप करना चाहिए।
मकर राशि: सूर्य गोचर के दौरान लाल नारंगी रंग के वस्त्र पहनें। साथ ही लाल नारंगी या पीले वस्त्रों का दान भी करें।
कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों को सूर्य गोचर के बुरे प्रभाव से बचने के लिए सूर्य देव की आराधना करनी चाहिए।
मीन राशि: मीन राशि वाले सूर्य देव को जल अर्पित करें। साथ ही ओम घृणि सूर्याय नमः का जप करें।