साल 2019 में दो चंद्रग्रहण लगने वाले हैं। इस साल का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी, मंगलवार को लग रहा है। 21 जनवरी को लगने वाले चंद्रग्रहण की शुरुआत भारतीय समय के अनुसार सुबह 9 बजकर 3 मिनट और 54 सेकेंड से होगी। साथ ही इस चंद्रग्रहण की समाप्ति दोपहर 12 बजकर 20 मिनट और 39 सेकेंड पर होगी।
हिन्दू धर्म शास्त्रों में ग्रहण के दौरान लगने वाले सूतक को विशेष महत्व दिया गया है। सूतक के बारे ज्योतिष शास्त्र में भी वर्णन मिलता है। कहते हैं कि जब कभी भी चंद्रग्रहण लगता है तब सूतक लगता है। सूतक ग्रहण लगने से पहले आरंभ होता है ग्रहण की समाप्ति पर खत्म हो जाता है। ग्रहण में सूतक के दौरान कुछ ऐसे कार्य हैं जिसे करने की मनाही होती है। आगे जानते हैं कि सूतक के दौरान क्या करें और क्या नहीं करें।
क्या करें और क्या न करें: सूतक के दौरान सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी सूतक का असर होता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को सूतक के दौरान बाहर निकलने की मनाही होती है। अगर ग्रहण काल में घर से बाहर निकलना अनिवार्य हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी का लेप लगाना चाहिए। साथ ही छोटे बच्चों को ग्रहण से पहले या बाद में भोजन करने की सलाह दी जाती है। सूतक की अवधि को धर्म से संबंधित कार्यों के लिए भी अच्छा माना गया है। सूतक काल के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय अथवा महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना शुभफलदायी माना गया है।


