Nakshatra Parivartan 2022: सूर्य ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य देव अपने गोचर काल में नक्षत्रों में परिभ्रमण करते हैं। इनका नक्षत्रों के साथ सहयोग शुभ फल देता है। हिंदू पंचांग के अनुसार 25 मई 2022 से सूर्य कृत्तिका नक्षत्र से निकल कर रोहिणी नक्षत्र में गोचर कर चुके हैं। इस दौरान सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा, लेकिन कुछ जातकों पर इस गोचर का विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं-
मेष राशि (Aries): सूर्य कजे नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव मेष राशि के जातकों पर दिखाई पड़ सकता है। इस दौरान जातकों को अपने शत्रुओं से विशेष सावधान रहने की जरूरत है। इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर भी सतर्क रहें, चूंकि आर्थिक रूप से हानि हो सकती है इसलिए धन का निवेश सोच-समझ कर करें। छात्रों के लिए समय अच्छा है, प्रतियोगी परीक्षाओं में परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। वहीं जीवनसाथी से वादविवाद की स्थिति से तनाव बढ़ सकता है।
मकर राशि (Capricorn): सूर्य गोचर का प्रभाव मकर राशि के जातकों पर भी देखने को मिलेगा, इसमें खासतौर पर व्यापारी वर्ग और नौकरीपेशा वाले जातकों को सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान जातकों को अपने सारे प्लान बेहद सोच समझकर करने होंगे। वहीं कुछ स्थिति में जातकों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन वाणी पर संयम बनाएं रखें। कटु वचन बोलने से बचें। छात्रों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को प्रयास में तेजी लाने की जरूरत है।
मीन राशि (Pisces): सूर्य नक्षत्र परिवर्तन के दौरान मीन राशि के जातकों को धन संबंधी मामलों में विशेष सावधानी रखनी होगी। जरा सी लापरवाही आपको भारी नुकसान दिला सकती है। निवेश संबंधी मामलों में बहुत सोच समझकर निर्णय लेने की आवश्यकता है। नौकरी में अच्छे परिणाम के साथ, ट्रांसफर के संकेत हैं। साथ ही इस दौरान बड़े पदों पर आसीन लोगों का साथ मिल सकता है; हालांकि इस दौरान आपके ऊपर दुश्मनों और प्रतिद्वंदियों की नजर रहेगी।
सूर्य गोचर का मानसून पर भी दिखेगा असर
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 25 मई को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं। इस दौरान सूर्य पृथ्वी के बहुत नजदीक रहता है। सूर्य की सीधी किरणें धरती पर पड़ती हैं। जिससे तापमान बहुत अधिक गर्म हो जाता है। इसमें 15 दिनों तक रहने के बाद सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य की यह स्थिति जन जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही 9 दिन भीषण गर्मी पड़ती है। इस कारण इन 9 दिन को नौतपा के नाम से जाना जाता है। 25 मई से लेकर 2 जून तक मौसम में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।