Surya Grahan Kab Hai 2025: ज्योतिष शास्त्र में सितंबर माह का खास महत्व है, क्योंकि इस सूर्य ग्रहण के साथ-साथ चंद्र ग्रहण लगने वाला है। साल का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण काफी खास होने वाला है। ये धार्मिक दृष्टि से काफी खास माना जाता है। बता दें कि साल का पहला सूर्य ग्रहण मार्च 2-25 में लग चुका है। वहीं अब सितंबर माह में दूसरा सूर्य ग्रहण लगने वाला है। ये ग्रहण काफी लंबा लगने वाला है। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का विशेष महत्व है। इस दौरान किसी भी मांगलिक और शुभ कामों को करने की मनाही होती है। इसके साथ ही मंदिरों के कपाट भी सूतक काल के साथ बंद कर दिए जाते हैं। आइए जानते हैं साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कब लगेगा। इसके साथ ही जानें भारत में नजर आएगा या नहीं और सूतक काल के साथ क्या करें और क्या नहीं..
कब है साल 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण? (Surya Grahan 2025 Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सिंतबर 2025, रविवार को लगने वाला है। यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण कहलाएगा। इस सूर्य ग्रहण के लगने के समय की बात करें, तो भारतीय समय के अनुसार रात 10 बजकर 59 मिनट से आधी रात करीब 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण का मध्य रात 1 बजकर 11 मिनट होगा। इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि करीब 4 घंटे 24 मिनट रहेगी।
सूर्य ग्रहण भारत में दिखेगा कि नहीं? (Surya Grahan 2025 In India)
बता दें कि साल का आखिरी सूर्य ग्रहण रात के समय लगने वाला है। ऐसे में ये भारत में दृश्यमान नहीं होगा। इसलिए ये भारत में नजर नहीं आएगा। ये सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया का दक्षिणी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका आदि जगहों पर दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल होगा कि नहीं (Surya Grahan 2025 Sutak Kaal)
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, जब सूर्य ग्रहण लगता है, तो 12 घंटे पहले से सूतक काल आरंभ हो जाता है। ऐसे में मंदिर के कपाट बंद करने के साथ-साथ मांगलिक और शुभ कामों की मनाही होती है। इस दौरान नाम जाप करना शुभ माना जाता है। लेकिन इस साल भारत में सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
कब लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण? (Chandra Grahan 2025)
साल के दूसरे सूर्य ग्रहण के पहले यानी 7 सितंबर को साल का दूसरा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या नहीं? (Surya Grahan 2025 Do And Dont)
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें?
- सूर्य ग्रहण के दौरान गुरु मंत्र या अन्य मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति हो सकती है।
- ग्रहण के बाद स्नान करने के साथ दान करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण दोष से निजात मिलने के साथ शारीरिक और मानसिक शुद्धि हो जाती है।
- ग्रहण आरंभ होने से पहले खाने वाली चीजों में तुलसी या फिर कुश जरूर डाल दें, जिससे ग्रहण का दुष्प्रभाव न हो।
- ग्रहण के बाद सुबह स्नान आदि करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य जरूर दें।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या न करें
- सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने की मनाही होती है। इससे दोष लगता है। गर्भवती, बीमार और वृद्धजन भोजन कर सकते हैं।
- सूर्य ग्रहण के दौरान सोने की भी मनाही होती है।
- ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध न बनाएं।
- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मान्यता है कि इससे मां के साथ होने वाले बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।
- सूर्य ग्रहण के दौरान नाखून, बाल, दाढ़ी न काटें और न ही तेल मालिश करें।
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डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।