Chandra Grahan 2018 (Lunar Eclipse 2018): आज खग्रमास चंद्र ग्रहण है। पूर्ण ग्रहण को खग्रास का ग्रहण कहा जाता है। इस दिन 12 घंटे तक अशुभ काल रहेगा। मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और किसी प्रकार की पूजा नहीं की जा सकेगी। आज होने वाला चंद्रग्रहण वैज्ञानिकों के अनुसार भारत में भी स्पष्ट दिखाई देगा। इसके लिए किसी टेलीस्कोप की जरुरत नहीं होगी। इस ग्रहण की अवधि करीब 2 घंटे 45 मिनट तक रहेगी। ग्रहण का समय चंद्रोदय के साथ ही शुरु होगा। इस दिन चंद्रमा नारंगी रंग का नजर आएगा। खगोलीय भाषा में इसे ब्लड मून और ब्लू मून की संज्ञा दी जाती है। तो वहीं भारतीय ज्योतिष में इस ग्रहण को खग्रास चंद्रग्रहण का नाम दिया गया है। इस बार का चंद्रमा सुपरमून की श्रेणी में आएगा जो सामान्य दिनों की तुलना में 14 प्रतिशत तक बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकेगा। 35 साल के लंबे अंतराल के बाद पूर्ण चंद्रग्रहण और ब्लू मून एक साथ नजर आएगा।
माघ माह की पवित्र पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण पड़ रहा है, सूतक काल शुरु होने से पहले ही मंदिरों में पूजा और पवित्र स्नान कर लिया जाएगा। इस बार की पूर्णिमा पर सुपर ब्लू ब्लड मून तीन बड़ी चंद्र घटनाएं घट रही हैं। नैनिताल स्थित आर्यभट्टा रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक ये घटना किसी व्यक्ति की जिंदगी में एक बार ही आती है। इस दिन चांद धरती के सबसे करीब होता है और 7 प्रतिशत बड़ा और चमकदार दिखाई देता है। ब्लड मून तब होता है जब पृथ्वी के सैटेलाइट यानी उपग्रह पृथ्वी के पास से गुजरते हुए लाल या तांबे के रंग के हो जाते हैं।
नैनिताल का आसमान इस चंद्र ग्रहण को देखने के लिए सबसे उचित माना जा रहा है। यहां हाल ही में हुई बर्फबारी ने आसमान को साफ कर दिया है, जिससे ग्रहण की पूरी घटना खुली आंखों से देखी जा सकती है। भारतीय ज्योर्तिविज्ञान परिषद के मुताबिक, पृथ्वी चंद्र ग्रहण के प्रभाव वाले क्षेत्र में शाम 04 बजकर 22 मिनट में दाखिल होगी। दरअसल, इस दौरान पृथ्वी की एक आंशिक बाहरी छाया चंद्रमा पर पड़ेगी। आंशिक चंद्रग्रहण शाम 5 बजकर 18 मिनट से शुरू होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण शाम 06:22 बजे से लेकर 07:38 बजे तक चलेगा। आंशिक चंद्रगहण 8 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगा। चंद्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह रात 9 बजकर 39 मिनट पर बाहर निकलेगा।
Chandra Grahan 2018: ग्रहण के समय भूलकर भी ना करें ये काम, बरतें ये सावधानी

