वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है, इसलिए ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह का विशेष महत्व बताया गया है। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बात करें तो सूर्य ग्रह को ग्रह ही नहीं माना जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो सूर्य ग्रह मानव शरीर को सबसे अधिक प्रभावित करता है।

गोचर अर्थात ग्रह का एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश कर जाना, सूर्य जब भी किसी राशि में गोचर करता है उस राशि के नाम से संक्रांति भी मानी जाती है। ऐसे में अप्रैल महीने जब सूर्य मेष राशि में गोचर कर रहा है तो इसे मेष संक्रांति कहा जाएगा। बता दें कि सनातन धर्म में भी सूर्य को रवि या सूर्य देवता की उपाधि दी गई है।

बात करें सूर्य गोचर के समय की तो 14 अप्रैल, 2022 यानि गुरुवार के दिन सूर्य ग्रह 8:33 पर अपनी उच्च राशि मेष में गोचर कर चुका है। उच्च राशि में सूर्य गोचर कुछ राशियों पर शुभ तो कुछ पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं-

वृषभ राशि: वृषभ राशि के लिए सूर्य मोक्ष, व्यय और हानि के द्वादश भाव में विराजमान होंगे। इस दौरान जातक को विदेशी भूमि से अच्छा लाभ होगा। यदि आप विदेश में कार्यरत हैं तो गोचर आपको करियर में अपार सफलता देने वाला है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतने की संभावना है, सेहत भी अच्छी बनी रहेगी। यात्राओं का योग है साथ ही आध्यात्मिक रूप से आपका मन जुड़ा हुआ महसूस करेगा।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के लिए सूर्य आय, लाभ व इच्छाओं के एकादश भाव में विराजमान होंगे। इस गोचर के दौरान जातक कोई बड़ा धन लाभ अर्जित करने में सफल हो सकता है। आर्थिक स्थिति काफी मजबूत बनने की संभावना है। शत्रुओं से सावधान रहें साथ ही प्रतिद्वंदियों व विरोधियों से भी लाभ मिलने के संकेत हैं। सेहत को लेकर सजग रहें, परिवार में पुरानी बातों को लेकर अनबन की स्थिति बन सकती है। खुद को प्रभावशाली लोगों से संपर्क बनाने के अवसर दें।

कर्क राशि: इस राशि के लिए सूर्य देव करियर, मान-सम्मान और प्रसिद्धि के दशम भाव में विराजमान हो रहे हैं। गोचर की इस अवधि के दौरान करियर के लिहाज़ आपार खुशियां मिलने के संकेत हैं। नौकरी में कार्यरत जातकों के जीवन में उन्नति आने की संभावना बनेगी। व्यवसायी जातकों और सरकारी नौकरी से जुड़े जातकों के लिए गोचर बेहद उत्तम फल देने के योग बनाएगा। वाणी पर संयम बनाएं रखें, किसी भी प्रकार के वाद विवाद से बचने की कोशिश करें।