राहु और केतु का जिक्र आते ही लोगों को लगता है कि जो होगा बुरा ही होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। इन दोनों ग्रहों का नाम सुनते ही लोग भयभीत हो जाते हैं। अभी हाल ही में यानी अप्रैल के महीने में राहु ग्रह का मेष राशि में गोचर हुआ था। जिसका प्रभाव 12 राशियों पर एक साथ देखने को मिलेगा।
आपको बता दें कि अन्य ग्रहों की तुलना में राहु और केतु बेहद ही धीमी गति से चलने वाले ग्रह माने गए हैं। धीमी चाल के कारण यह दोनों ही ग्रह तकरीबन डेढ़ साल में अपनी राशि बदलते हैं। यही कारण है कि इन दोनों ही ग्रहों का गोचर डेढ़ साल बाद होता है और यह हमेशा वक्री चाल चलते हैं अर्थात पीछे की तरफ चलते हैं।
राहु ग्रह की मेहरबानी से कुछ राशियों के जातकों के जीवन में तरक्की, पैसा, अच्छी सेहत इत्यादि प्राप्त होने की अच्छी संभावना है। आइए जानते हैं कि ऐसी कौन सी राशियां हैं जिनपर साल भर राहु की कृपा बनी रहेगी और कुंडली में राहु को कैसे मजबूत करें-
अप्रैल 2022 में राहु ग्रह का मेष राशि में गोचर हुआ था। ऐसे में ग्रह के गोचर का प्रभाव तो सभी 12 राशियों ओर देखने को मिलेगा लेकिन तीन राशियों पर राहु मेहरबान हुए हैं वो हैं मिथुन राशि, कर्क राशि, और मीन राशि। इन तीन राशि के जातकों पर पूरे 1 साल तक राहु ग्रह की कृपा रहने वाली है। इस राशि के जातकों को राहु हर तरफ से सफलता प्रदान करने वाले हैं।
कुंडली में राहु के खराब होने के संकेत
यही किसी जातक की कुंडली में राहु खराब हैं तो घर का नैऋत्य कोण बार-बार दूषित होता है तो यह संकेत है कि आपका राहु कमजोर है। इसके अलावा जिनके घर में शौचालय हमेशा गंदा रहता है या टूटा फूटा रहता है तो यह भी खराब राहु का संकेत होता है। कई बार ना चाहते हुए भी लोग काला जादू, तंत्र, टोना टोटके, आदि के चक्कर में फंस जाते हैं, ऐसे में इसका भी यही संकेत है कि आपके ऊपर राहु के दुष्प्रभाव पड़ रहे हैं। इसके अलावा रात को नींद ना आना या बार-बार बुरे सपने आना भी खराब राहु का संकेत होता है।
कुंडली में राहु को मजबूत करने के उपाय
राहु के वैदिक मंत्रों का जाप करें।
राहु स्त्रोत का नियमित रूप से पाठ करें।
राहु कवच का पाठ करें।
झूठ ना बोलें, छल कपट ना करें।
राहु से संबंधित वस्तुओं का दान करें।
पक्षियों को सात तरह के अनाज खिलाएं।
गोमेद रत्न धारण करें। लेकिन इसके लिए किसी अच्छे जानकार से पूछने के बाद करने के बाद ही धारण करें।
काले कुत्ते को मीठी रोटियां खिलाएं।
अपने घर के पूर्वी और उत्तर पश्चिम दीवार पर मोर पंख अवश्य लगाएं।
अपने पास हमेशा सफेद चंदन रखे और सफेद चंदन की माला पर धारण करें।