वैदिक ज्योतिष अनुिसार व्यक्ति की जन्मकुंडली में हर ग्रह नकारात्मक और सकारात्मक स्थिति में विराजमान होता है। जिसका प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि ग्रह अगर नकारात्मक मतलब अशुभ स्थिति में विराजमान हो तो व्यक्ति को जिंदगीभर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। साथ भी कठिन परिश्रम के बावजूद उसको सफलता हाथ नहीं लगती है।
यहां हम बात करने जा रहे हैं शुक्र ग्रह के बारे में। अगर कुंडली में शुक्र ग्रह नकारात्मक स्थित हो तो व्यक्ति को वैवाहिक जीवन, भौतिक सुख और सेक्सुअल लाइफ में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन ज्योतिष में शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए कुछ उपायों का वर्णन किया गया है। इन उपायों को करके कई हद तक शुक्र ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
इस दिन रखें व्रत
जिन लोगों की जन्मकुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर या अशुभ स्थित होता है तो उनको शुक्रवार का व्रत 21 बार या 31 बार रखना चाहिए। वैदिक ज्योतिष अनुसार शुक्रवार का व्रत करने से शुक्र मजबूत और सकारात्मक होता है और माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। साथ ही इस व्रत के प्रभाव से सुख, सौभाग्य, वैभव और धन की बढ़ोतरी होती है।
इस मंत्र का करें जाप
वैदिक ज्योतिष अनुसार शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र पहनकर ओम द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र की 5, 11 या 21 माला का जाप करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है। साथ ही शुक्र ग्रह के नकारात्मक प्रभाव में कमी आती है। माला सफेद हो तो बेहतर है।
इन चीजों का करें दान
शुक्र ग्रह को मजबूत बनाने के लिए आपको सफेद कपड़े, सुंदर वस्त्र, चावल, घी, चीनी आदि का दान करना चाहिए। इनके साथ ही आप श्रृंगार सामग्री, कपूर, मिश्री, दही आदी का भी दान कर सकते हैं। क्योंकि शुक्र ग्रह का इन चीजों पर आधिपत्य होता है। इसलिए इनको दान करने से शुक्र ग्रह प्रबल होता है।
ये भी करें उपाय
महिलाओं का सम्मान करने, साफ-सफाई रखने और इत्र आदि का प्रयोग करने से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है। साथ ही छोटी बच्चियों को शुक्रवार के दिन कुछ न कुछ गिफ्ट देने भी दें। ऐसा करने से भी शुक्र ग्रह का नकारात्मक प्रभाव कम होता है।