Shukrawar ke Niyam: हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार हर दिन का अपना अलग महत्व होता है। हर दिन से जुड़ी कुछ खास मान्यताएं होती हैं और यह भी बताया गया है कि किस दिन कौन से काम करना शुभ होता है और कौन से नहीं। सनातन धर्म में शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित होता है। शुक्र ग्रह भौतिक सुख-संपत्ति, यश, वैभव और धन-संपत्ति का कारक माना जाता है। यही कारण है कि इस दिन कुछ काम करने से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इनसे जीवन में आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में आइए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जानते हैं शुक्रवार को कौन से कार्य करने से बचना चाहिए।
उधार लेने-देने से बचें
गरुण पुराण के अनुसार, शुक्रवार के दिन किसी को उधार देना या किसी से उधार लेना दोनों ही नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में इस दिन उधार लेने-देने से धन संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
सफेद चीजों का दान न करें
शुक्रवार के दिन दूध, दही, चीनी और सफेद कपड़े जैसी सफेद वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। लाल किताब के अनुसार, इस दिन सफेद चीजों का दान करने से शुक्र ग्रह कमजोर हो सकता है, जिससे आर्थिक समस्याएं और वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है।
घर में गंदगी न रखें
माता लक्ष्मी का वास हमेशा स्वच्छ और साफ-सुथरे स्थान पर होता है। यदि घर में गंदगी होगी तो लक्ष्मी माता वहां नहीं ठहरतीं, जिससे गरीबी और दरिद्रता बढ़ सकती है। इसलिए शुक्रवार को विशेष रूप से घर की सफाई करें और हर कोने को स्वच्छ रखें।
प्रॉपर्टी से जुड़े काम न करें
शुक्रवार के दिन नया घर, जमीन या कोई अन्य संपत्ति खरीदने से बचना चाहिए। इस दिन प्रॉपर्टी से जुड़ा कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से आर्थिक नुकसान या कानूनी परेशानियां हो सकती हैं। अगर बहुत जरूरी हो तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही कोई कदम उठाएं।
स्त्रियों और गरीबों का अपमान न करें
हिंदू धर्म में स्त्री और गरीबों का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। शुक्रवार के दिन विशेष रूप से किसी भी स्त्री या जरूरतमंद व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए। घर में पत्नी, बहन और माता के साथ भी मधुर व्यवहार करें, क्योंकि इस दिन किसी स्त्री का अपमान करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं जिससे आपकी आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।